मेरठ-गाजियाबाद एमएलसी सीट से नामांकन करने वाली गाजियाबाद निवासी महिला पूनम पर्चा खारिज होने पर फूट-फूट कर रोईं। महिला ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उनका पर्चा दलित होने के चलते खारिज किया है। वे इसकी लड़ाई सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ेंगी।

मेरठ-गाजियाबाद स्थानीय निकाय के एमएलसी चुनाव के लिए सोमवार को 14 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे। इसमें भाजपा से धर्मेंद्र भारद्वाज, राष्ट्रीय लोकदल से सुनील कुमार रोहटा ने अपना नामांकन डीएम कोर्ट में दाखिल किया। इसके अलावा सभी 12 प्रत्याशी निर्दलीय रहे।

एमएलसी चुनाव के लिए नौ अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इसमें सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ग्राम प्रधान, पार्षद आदि अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, हापुड़ के जनप्रतिनिधि मत डालेंगे।

चुनाव प्रक्रिया में आज मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच की गई और 24 मार्च को नाम वापस लिए जा सकते हैं। इस चुनाव में 4250 मतदाता हैं। नौ अप्रैल को सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक मत डाले जा सकेंगे। चार जिलों में 43 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वहीं, 12 अप्रैल को मतगणना की जाएगी। वर्ष 2016 में आठ प्रत्याशी मैदान में थे।

एमएलसी चुनाव में आज नामांकन जांच के बाद 14 में से 8 प्रत्ययाशियों के नामांकन खारिज होने की बात कही गई है। हालांकि अभी प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।