रांची। झारखंड सरकार अपने दो लाख सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को त्योहारी तोहफा देने की तैयारी कर रही है। उनका महंगाई भत्ता बढ़ाकर मूल वेतन का 34 फीसदी से 38 फीसदी कर दिया जाएगा। इससे कर्मचारियों को हर महीने कम से कम 500 रुपए से लेकर अधिकारियों को नौ हजार रुपए तक का फायदा होगा। कर्मचारियों के साथ ही पेंशनरों का महंगाई भत्ता भी 34 फीसदी से बढ़ाकर 38 फीसदी करने की तैयारी की गई है।

कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में यह बढ़ोत्तरी एक जुलाई से लागू होगी। नवंबर में मिलने वाले अक्टूबर के वेतन से यह बढ़ोत्तरी मिलने लगेगा। जुलाई, अगस्त और सितबंर महीने के लिए बढ़े हुए महंगाई भत्ते का एरियर दिया जाएगा। यह एरियर कर्मचारियों को वेतन खाते में दिया जाएगा या उनके जीपीएफ खाते में डाला जाएगा, इस पर मंथन चल रहा है।

कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने से राज्य के खजाने पर अक्टूबर से लेकर मार्च तक हर महीने 42 करोड़ रुपए अधिक खर्च होंगे। बढ़े हुए डीए पर कुल मिलाकर अक्टूबर-मार्च की अवधि में लगभग लगभग 250 करोड़ और सालाना 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अभी वेतन और पेंशन पर कुल मिलाकर हर महीने लगभग 1700 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। आगे लगभग 1742 करोड़ रुपए खर्च होने हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस प्रस्ताव को सहमति दे दी है। राज्य मंत्रिपरिषद की सहमति के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है।

झारखंड सरकार के कर्मचारियों को चार फीसदी डीए की बढ़ोत्तरी होने पर एरियर की राशि 1500 रुपए से लेकर 30 हजार तक मिलेगी। कोरोना के 27 महीने बीत जाने के बाद पहली बार राज्य सरकार के कर्मचारियों को बढ़े हुए डीए का एरियर मिलेगा। वित्त विभाग की ओर से बढ़े हुए डीए के एर हिसाब-किताब लगाया जा रहा है।

झारखंड सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनर दोनों के डीए में चार फीसदी बढ़ोत्तरी करने पर सैद्धांतिक फैसला लिया है। परंतु, पेंशनर के डीए में बढ़ोत्तरी की अधिसूचना कर्मचारियों के कुछ दिन बाद जारी हो सकती है। पेंशनर को लेकर अपडेट मंगाया जा रहा है। इनके डीए में भी बढ़ोत्तरी एक जुलाई से ही लागू होगी। जब बढ़े हुए डीए की अधिसूचना जारी की जाएगी, उस समय से एक जुलाई तक के लिए पेंशनरों को बढ़े हुए डीए का एरियर दिया जाएगा।