मेरठ. डेयरियों के खिलाफ शनिवार को नगरायुक्त के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गई। डेयरी संचालकों पर जुर्माना भी लगाया तथा 15 दिन के भीतर अल्टीमेटम डेयरी संचालकों को दिया गया है तथा छह डेयरी संचालकों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गयी। निगम अफसरों की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया। पहले भी 11-11 लाख का जुर्माना लगाया गया था, मगर दो वर्ष पहले लगाया गया यह जुर्माना भी नहीं वसूला गया। डेयरी के चलते शहर के नाले अवरुद्ध है, जिसके चलते जलभराव की बड़ी समस्या पैदा हो गई हैं।

नगरायुक्त अमित पाल शर्मा के निर्देश पर डेयरियों के खिलाफ बड़ा एक्शन शनिवार से आरंभ कर दिया गया। निगम अधिकारियों की एक टीम शनिवार को मकबरा इलाके में पहुंची, जहां पर सरकारी जमीन पर डेरियां चलती हुई मिली। यह छापा पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. हरपाल सिंह की अगुवाई में मारा गया था।

कहा कि डेयरी संचालकों पर लगाया जुमार्ना भी लगाया जाएगा तथा वसूल भी किया जाएगा। 15 दिन में डेयरी हटाने का अल्टीमेटम दिया गया। इस बीच यदि डेयरी नहीं हटायी जाती हैं तो जुर्माना लगाना आरंभ किया जाएगा। एक दर्जन डेयरी संचालकों पर पहले दिन कार्रवाई की गई।

आरोप है कि नाले-नालियों में गोबर बहाने वालों पर यह कार्रवाई की गई। छह डेयरी संचालकों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गयी हैं तथा छह डेयरी संचालकों पर जुर्माना भी लगाया गया। अब तक 117 लोगों पर एफआईआर दर्ज करायी गयी है। एक लाख से ज्यादा जुर्माना वसूला गया। नाले-नालियों में गोबर बहाने वालों को अब रियायत नहीं की जाएगी। पूरी सख्ती के साथ निगम के अफसर पेश आ रहे हैं। नगर निगम ने तीन जोन में टीम गठित कर कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।