भुवनेश्वर. ओडिशा के भद्रक जिले के चांदबली इलाके में एक मछुआरे ने 32 किलो वजनी मछली पकड़ी। बताया जा रहा है कि ये मछली 3,20,000 रुपये में बेची गई थी। गौरतलब है कि बीते कुछ दिन पहले ही ओडिशा 28 किलो की मछली पकड़ी गई थी जिसकी कीमत 6 लाख 44 हजार बतायी गई थी।
23 हजार प्रति किलो की दर से मुंबई के एक व्यक्ति ने इसे खरीदा था। इस मछली को जगतसिंहपुर जिले के पारादीप अठरबांकी बाली में नीलाम किया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों मछुआरों ने समुद्र से 4 तोलिया बोरोई मछलियां पकड़ी थीं। इसमें से एक काफी बड़ी मछली की कीमत 6 लाख से ज्यादा थी।
जबकि अन्य तीन मछलियों को 4200 रुपये प्रति किलो की दर से 1 लाख 63 हजार 800 रुपये में बेचा गया था। इस तरह 4 तोलिया बोरोई मछली 8 लाख 7 हजार 800 रुपए में बिकी थी। यह जानकारी ओडिशा के मछुआरा संघ ने दी थी।
पश्चिमी बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में बीते दिनों शिबाजी कबीर नाम के एक मछुआरे ने तेलिया भोला नाम की इस विशालकाय मछली को पकड़ा था। इस मछली की बोली दीघा में लगायी गई थी 55 किलो की ये मछली 13 लाख रुपए में बिकी थी।
इसे एक विदेशी फर्म ने खरीदा था। इस मछली से जीवन रक्षक दवाएं तैयार की जाती है। इसलिए इसके दाम इतने ज्यादा होते हैं। आमतौर पर ये मछली गहरे समुद्र में पाई जाती है लेकिन कभी-कभी समुद्र के किनारे आ जाती है।
ये मछली मादा थी और गर्भवती भी थी। इसके अंडों का वजन ही पांच किलोग्राम था। विशालकाय मछली को पकड़ते ही इसे देखने वालों की भीड़ उमड़ आई।
मछली की बोली लगाई गई जो तीन घंटे तक चलती रही। ये संकर किस्म की मछली बतायी गई थी। दरअसल ऐसे मछली में नर व मादा दोनों के गुण होते हैं।
बता दें कि इस साल जनवरी में मछुआरों के जाल में 121 तेलिया भोला मछलियां फंसी थी। इनमें से हर एक मछली का वजन 18 किलो था।