हस्तिनापुर हस्तिनापुर खादर क्षेत्र के कई गांव में फिर से बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। कई गांवों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। गंगा के उफान पर होने के कारण पानी घरों में घुस चुका है। ग्रामीण पानी के बीच ही गुजारा करने को मजबूर हैं। हरिद्वार के हथिनी कुंड बैराज से रविवार को दो लाख 9 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जो सोमवार सुबह तक हस्तिनापुर के खादर क्षेत्र में टूटे तटबंध से बाहर निकलकर गांव तक पहुंच गया है, जिससे एक बार फिर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।

गंगा का जलस्तर बढ़ने से खादर क्षेत्र के लोगों को एक बार फिर बाढ़ जैसे हालातों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को हरिद्वार से छोड़े गए पानी से खादर क्षेत्र के हालात नाजुक बन गए हैं वही फतेहपुर प्रेम से टूटे तटबंध से गंगा की एक धारा खादर क्षेत्र की ओर बह रही है जिससे लगातार अब एक बार फिर खादर क्षेत्र में बाढ़ की संभावना बन गई है।

दर्जनों गांव टापू में तब्दील हो गए हैं, हजारों लोग एक बार भी पूरी तरह भयभीत हैं। पिछले 13 जुलाई को तटबंध टूटा था, जिससे 15 दिनों तक खादर क्षेत्र के लोगों को बाढ़ जैसे हालातों का सामना करना पड़ा था।

पिछले 5 दिनों से ही स्थिति सामान्य हुई थी। अब एक बार फिर गंगा का जलस्तर बढ़ने से हालत फिर जस की तस हो गई है। उधर टूटे तटबंध को जोड़ने के लिए प्रशासनिक स्तर से मशीन लगाई गई थी लेकिन पिछले चार दिनों से लगातार तटबंध को जोड़ने की कवायद चल रही थी।

देर रात को गंगा का जलस्तर बढ़ गया तो प्रशासनिक अधिकारियों की सभी तैयारियां बह गईं और खादर क्षेत्र एक बार फिर जलमग्न हो गया। अब यहां खादर क्षेत्र के लोगों को लंबे समय से बाढ़ जैसे हालातों का सामना करना पड़ रहा है।