श्रावस्ती। श्रावस्ती जिले के जमुनहा क्षेत्र में राप्ती नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। सोमवार दोपहर जमुनहा के राप्ती बैराज पर नदी का जलस्तर 128. 10 मीटर मापा गया। जो खतरे के निशान 127.70 मीटर से 40 सेंटीमीटर अधिक है। जबकि गिलौला व इकौना क्षेत्र में नदी का जलस्तर बढ़ा है।
बढ़ते जलस्तर के कारण जहां भिनगा इकौना मुख्य मार्ग सहित इकौना तहसील क्षेत्र के कई अन्य मार्गों पर पानी आने से आवागमन बाधित हो गया। वहीं, करीब 75 गांव या तो पानी से घिर गए हैं या फिर गांवों में बाढ़ का पानी आ गया है। इससे लोग घरों की छतों या फिर ऊंचे स्थान के लिए पलायन कर रहे हैं। बाढ़ व जल प्लावन के कारण जिले में 99 विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित हुआ है।
वहीं, जमुनहा क्षेत्र में मधवापुर घाट पुल के निकट भंगहा मल्हीपुर मार्ग कट जाने से आवागमन बंद हो गया है। वहीं, तिलकपुर अंधरपुरवा तटबंध दोंदरा मार्ग के निकट कट जाने के कारण दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ व कटान से विस्थापित हो बाढ़ राहत केंद्र पहुंचे पीड़ितों को लंच पैकेट का वितरण किया जा रहा है।
जमुनहा को मुख्यालय भिनगा से जोड़ने वाला डबल लेन मार्ग मधवापुर घाट के निकट रविवार देर शाम राप्ती नदी की बाढ़ की विभीषिका के कारण कट गया। कई मीटर मार्ग कट जाने के कारण जमुनहा का भिनगा से सीधा संपर्क टूट गया। यह मार्ग पहले से ही राप्ती नदी के निशाने पर था जिसे बचाने के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से जिओ ट्यूब का सहारा लिया जा रहा था लेकिन प्रशासन के यह सारे इंतजाम धरे रह गए।
रविवार को जहां मार्ग पर कई फिट बाढ़ का पानी आ जाने से आवागमन रोक दिया गया था। वहीं राप्ती की उग्र लहरों ने डबल लेन सड़क को काटकर नया रास्ता बना लिया। यहां मार्ग कट जाने के कारण अब राप्ती की धारा मधवापुर घाट पुल को छोड़ कर यहां सीधी हो गई है। ऐसे मे नया पुल निर्माण होने तक यह मार्ग अब पूरी तरह से बंद हो गया है। ऐसे में लोगों को आवागमन के लिए फिलहाल बदला बरदेहरा अथवा बहराइच मार्ग का सहारा लेना पड़ेगा। इसका कारण जमुनहा कानी बोझी परसा भिनगा मार्ग बाढ़ व बरसात के कारण कई स्थानों पर पानी से सराबोर है।