जबलपुर. मध्य प्रदेश में जबलपुर के बरगी जलाशय (डेम) के बढ़ते जलस्तर को देखते हुये आज बुधवार को दोपहर 12 बजे बांध के दो और गेट खोले जायेंगे. इसके बाद जल निकासी की मात्रा बढ़ाकर 1 लाख 48 हजार क्यूसेक कर दी जायेगी. फिलहाल डेम के 13 गेट खुले हैं. डेम से पानी छोड़े जाने के बाद जबलपुर के साथ नरसिंहपुर, होशंगाबाद और आगे के कई जिलों और नर्मदा के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात हैं.

रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना (बरगी बांध) के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे के अनुसार, बुधवार को सुबह 8 बजे बरगी बांध का जलस्तर 422.25 मीटर दर्ज किया गया था. यह इसके पूर्ण जलभराव स्तर से केवल 0.51 मीटर कम है. उन्होंने बताया कि बांध में जल की आवक ज्यादा होने से आज दोपहर 12 बजे बांध के 2 जलद्वार और खोले जायेंगे.

अजय सूरे ने आगे बताया, इस तरह पूर्व से खुले 13 जलद्वारों को मिलाकर इनकी संख्या 15 हो जायेगी. सभी 15 जलद्वारों की औसत ऊंचाई 2.03 मीटर होगी और इनसे 4202 क्युमेक (1 लाख 48 हजार 393 क्यूसेक) जल छोड़ा जायेगा. अभी बांध के 13 जलद्वारों से करीब 85 हजार क्यूसेक (घन फुट प्रति सेकंड) पानी छोड़ा जा रहा है.

कार्यपालन यंत्री बरगी बांध ने बताया कि, बांध से पानी की निकासी की मात्रा बढाने से नर्मदा नदी के घाटों पर पानी का लेबल वर्तमान 16 फीट से बढ़कर 28 से 30 फीट हो सकती है. उन्होंने बांध के निचले क्षेत्र में नर्मदा नदी के तटीय क्षेत्र के रहवासियों से घाटों और डूब क्षेत्र से पर्याप्त दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है.