मेरठ।  विदेश मंत्रालय में मल्टी टास्किंग स्टाफ के तौर पर काम करने वाला सत्येंद्र सिवाल 2021 में पाकिस्तान की महिला के संपर्क में आया था। फेसबुक के जरिए पाकिस्तानी महिला ने उसे झूठी मोहब्बत के जाल में फंसाकर सेना और विदेश मंत्रालय की जानकारी लेनी शुरू कर दी। सत्येंद्र समझ नहीं पाया कि जो युवती उससे प्यार का नाटक करके खुफिया जानकारी हासिल कर रही है, वो आईएसआई की एजेंट है।

एटीएस कार्यालय मेरठ में शनिवार को चली चार घंटे की पूछताछ में सामने आया कि साल 2021 में फेसबुक के जरिए सत्येंद्र पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट के संपर्क में आया। मैसेज के बाद दोनों के बीच वीडियो कॉल होने लगीं। हनी ट्रैप में फंसकर सत्येंद्र महिला को भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय के बारे में गोपनीय जानकारियां भेजने लगा। सत्येंद्र के बैंक अकाउंट में कितने पैसे आए, इसके बारे में अभी तक स्पष्ट जानकारी नहीं हुई है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का नेटवर्क बहुत पुराना है। 25 वर्ष के भीतर 18 आईएसआई एजेंट अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें 16 स्थानीय हैं, जबकि दो बाहरी हैं। पिछले ढाई दशक की बात करें तो अभी तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक पाकिस्तानी और दूसरा जम्मू कश्मीर का आईएसआई एजेंट पकड़ा गया है। बाकी आईएसआई एजेंट मेरठ और आसपास के जिलों के रहने वाले हैं। पिछले कुछ वर्षों में ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं, जिनमें हनी ट्रैप के जरिए भारतीयों को फंसाकर गोपनीय जानकारियां हासिल की गई हैं।