नई दिल्ली. सिविल सेवा परीक्षा, UPSC जिसे ‘आईएएस परीक्षा’ के रूप में जाना जाता है. आज हम आपको इसके सिलेबस की पूरी जानकारी दे रहे हैं. सिविल सेवा प्री एग्जाम में 200 नंबर के दो पेपर शामिल हैं (जनरल स्टडीज पेपर I और जनरल स्टडीज पेपर II). सवाल मल्टिपल चॉइस, ऑब्जेक्टिव टाइप के होंगे. प्रीलिम्स के नंबरों को फाइनल रैंकिंग के लिए नहीं, बल्कि मुख्य परीक्षा के लिए योग्यता के लिए माना जाता है.
आयोग सिविल सेवा (मेन्स) परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों की एक लिस्ट तैयार करता है, जो सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के जनरल स्टडी पेपर II में न्यूनतम क्वालिफाइंग मार्क्स 33% और जनरल स्टडी पेपर – I के कुल क्वालिफाइंग मार्क्स के आधार पर होगी. सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के रूप में आयोग द्वारा निर्धारित किया जा सकता है.
यह ऑब्जेक्टिव पेपर दो घंटे का होता है। इसमें 100 सवाल होते हैं. प्रारंभिक परीक्षा के टॉपर्स तय करने के लिए केवल इस पेपर के नंबरों की गिनती की जाती है. जीएस पेपर 1 का सिलेबस यहां दिया गया है.
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं.
भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन.
भारतीय और विश्व भूगोल – भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल.
भारतीय राजनीति और शासन – संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे, आदि.
आर्थिक और सामाजिक विकास सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि.
पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे – जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है.
यह ऑब्जेक्टिव पेपर दो घंटे का होता है. इसमें 80 सवाल होते हैं. इस पेपर के नंबर प्रारंभिक परीक्षा के टॉपर्स तय करने के लिए गिने जाते हैं. यह पेपर केवल क्वालिफाइंग नेचर का होता है. उम्मीदवारों को केवल यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि वे इस पेपर में कम से कम 33 फीसदी नंबर प्राप्त करें. जीएस पेपर 2 (सीएसएटी) का सिलेबस नीचे दिया गया है.
इंटरपर्शनल स्किल के साथ कम्युनिकेशन स्किल.
लॉजिकल रीजनिंग और एनालिटिकल एबिलिटी.
निर्णय लेना और समस्या का समाधान करना.
सामान्य मानसिक क्षमता.
बेसिक संख्यात्मकता (नंबर्स और उनके संबंध, मैग्निट्यूड के ऑर्डर आदि) (क्लास X लेवल), डेटा व्याख्या (चार्ट, ग्राफ़, टेबल, डेटा सफिशिएंसी आदि. कक्षा X लेवल).