नोएडा। दुष्कर्म की शिकार युवती नोएडा के बोटेनिकल गार्डन से फिरोजाबाद जाने के दौरान जिस ईको में सवार थी वह नोएडा के पते पर पंजीकृत है। ईको का वाहन संख्या पंजीकरण यूपी 16 एफटी 3117 है। जिसके 32 चालान हो चुके हैं। इनमें तीन चालान का भुगतान हुआ है लेकिन 29 चालान लंबित है। नोएडा ट्रैफिक, एआरटीओ प्रवर्तन के साथ प्रदेश की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ईको यातायात नियमों का उल्लंघन कर लंबित चालान नहीं भरने के बावजूद शहर की सड़कों पर दौड़ रही थी। सेक्टर 37 बोटेनिकल गार्डन, कालिंदी कुंज, महामाया फ्लाईओवर, परी चौक से आगरा, अलीगढ़, मथुरा, फिरोजाबाद, एटा, इटावा तक करीब 100 से अधिक ईको सुबह से रात तक दौड़ती रहती है। ईको से आगरा तक का किराया 200 रुपये है। जबकि रोडवेज की बस का किराया 200-250 रुपये है।
ईको चालक जल्द उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने का दावा करते हैं। लेकिन बिना बुकिंग चल रही ईको में यात्रियों को बिल और टिकट भी नहीं दिया जाता। ईको चालक नियम का उल्लंघन लोगों की जान जोखिम में यातायात नियम का उल्लंघन करते है। क्षमता से अधिक सवारी बैठाई जाती है।
ईको के वर्ष 2019 में तेज रफ्तार, सीट बेल्ट उल्लंघन करने पर चार चालान किए गए थे। सभी ट्रैफिक चालान नोएडा ट्रैफिक पुलिस की ओर से किए गए है। वर्ष-2020 में वाहन चलाते समय पांच चालान किए गए थे। वर्ष-2021 में वाहन के पांच चालान हुए हैं। जबकि इस वर्ष वाहन के अबतक 14 चालान हो चुके हैं। वाहन का करीब दो डेढ़ लाख से अधिक का चालान लंबित है। ज्यादातर चालान नोएडा में किए गए हैं। इनमें सीट का प्रयोग न करना, नो पार्किंग, दोषपूर्ण नंबर प्लेट, मोबाइल पर बात कर वाहन चलाने के उल्लंघन में कार्रवाई की गई है।