कपिल को बेइंतहा प्यार करने वाली दिल्ली के शाहीनबाग की कुदरत उसे पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार थी। प्यार में पागल कुदरत ने शादी से पहले ही प्रेमी का नाम अपने हाथ पर गुदवा लिया था। वह उसे पति मानने लगी थी। घरवाले कुछ बोलते तो कहती कि उससे ही शादी करेगी। लेकिन, जब प्रेमी ने बेवफाई की तो इंतकाम भी ऐसा ही तय किया, जिससे रूह कांप जाए।

हत्या के वक्त कुदरत ने कपिल को अपनी बाहों में सुलाया और उसके भाई ने छुरी से उसका गला रेत दिया। दोनों आरोपियों के बयान सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। कुदरत ने शुरुआत में अपने घरवालों से कपिल का परिचय सलमान नाम से कराया था। कपिल ने अपने परिजनों को सच ही बताया था। लेकिन, कपिल के परिजन उसके इस रिश्ते से खुश नहीं थे। धीरे-धीरे कुदरत के घर पर भी कपिल की सच्चाई सामने आ गई। बाद में परिजनों ने कपिल चौधरी की शादी दूसरी जगह तय कर दी।

पुलिस के अनुसार, आठ सितंबर को कपिल को फोन करके मसूरी घूमने के लिए हरिद्वार बुलाया गया। अब्दुला ने हरिद्वार में ही रेहड़ी से छुरी खरीदी। फिर तीनों आठ सितंबर की रात कपिल की कार से मसूरी निकले। वहां होटल फुल थे तो वापस लौटते हुए भट्टा गांव में नौ सितंबर की सुबह होमस्टे में ठहर गए। उसी रात कुदरत और अब्दुल्ला ने कपिल की हत्या कर फरार हो गए। कपिल की कार हरिद्वार में छोड़कर दोनों भाई-बहन दिल्ली लौट गए।

पुलिस ने कुदरत और उसके भाई अब्दुल्ला को हरिद्वार से हिरासत में लिया। कुदरत ने बताया कि दो साल पूर्व वह पहली बार कपिल से मिली थी। दोनों एक-दूसरे को प्यार करने लगे। शुरू में कपिल शादी को तैयार था, लेकिन बाद में मुकर गया। वह कहता था कि घरवालों की मर्जी से ही शादी करेगा। वह आठ सितंबर को भाई अब्दुला के साथ दिल्ली से बस के जरिये हरिद्वार पहुंची थी।