एडिनबर्ग: स्कॉटलैंड रोडेंट यानी कि चूहे, गिलहरी आदि कतरने वाले जानवरों को नियंत्रित करने के सबसे क्रूर तरीके पर रोक लगाने जा रहा है. पर्यावरण मंत्री का कहना है कि सरकार ग्लू ट्रैप की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रही है. बता दें कि पर्यावरण और पशु प्रेमी संगठन काफी समय से इस क्रूर तरीके पर रोक की मांग कर रहे हैं.
‘इंडिपेंडेंट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, स्कॉटलैंड के पर्यावरण मंत्री मैरी मैकलन ने संसद में बताया कि सरकार ग्लू ट्रैप की क्रूर प्रथा को समाप्त करना चाहती है. इस ट्रैप को अनाज को हानि पहुंचाने वाले जानवरों को पकड़ने के लिए डिजाइन किया गया है, लेकिन अक्सर पालतू जानवर, पक्षी और अन्य वन्यप्राणी भी इसमें फंस जाते हैं. गौरतलब है कि पिछले साल मार्च में स्कॉटिश पशु कल्याण आयोग ने ग्लू ट्रैप पर पूरी तरह रोक लगाने की सिफारिश की थी.
सांसद के सवाल पर दिया ये जवाब
संसद में प्रश्नकाल के दौरान सांसद सिओबियन ब्राउन ने पूछा कि क्या सरकार आयोग की सिफारिशों पर अमल करते हुए रोडेंट को नियंत्रित करने के सबसे क्रूर तरीके पर प्रतिबंध के बारे में सोच रही है? इसके जवाब में पर्यावरण मंत्री ने कहा कि हम स्कॉटलैंड में वन्यजीवों सहित सभी जानवरों के लिए उच्चतम कल्याण मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमने अन्य सभी प्रासंगिक साक्ष्यों के साथ स्कॉटिश पशु कल्याण आयोग के निष्कर्षों पर ध्यान से विचार किया है और यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सरकार ग्लू ट्रैप के इस्तेमाल और बिक्री पर रोक लगाने की तैयारी कर रही है.
नया कानून लाएगी सरकार
मंत्री मैरी मैकलन ने कहा कि सरकार ग्लू ट्रैप के नुकसान से परिचित है और हम इस पर रोक लगाने के लिए कानून बनाएंगे. हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि आंतरिक बाजार अधिनियम के चलते इस प्रथा पर रोक लगाना मुश्किल है. नया कानून आने के बाद भी इस अधिनियम के प्रावधानों के चलते उस पर अमल में परेशानी हो सकती है. बता दें कि ग्लू ट्रैप एक ट्रे जैसी डिवाइस होती है, जिस पर चिपचिपा पदार्थ लगा होता है. चूहे आदि जैसे ही उस पर पहुंचते हैं, चिपक जाते हैं.