बरेली। बरेली जिले में सरकारी राशन की दुकानों पर अब मई माह के राशन में बाजरा नहीं मिलेगा बल्कि गेहूं और चावल लाभार्थियों को दिया जाएगा। इस आदेश से राशनकार्ड धारकों ने राहत की सांस ली है, क्योंकि कम मात्रा होने से बाजरा मिलने से पिसाना मुश्किल था। गर्मी में बाजरा का सेवन भी नहीं हो पा रहा था।

जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह के मुताबिक बतौर मोटा अनाज बाजरा का वितरण कोटे की दुकानों पर शासनादेश के तहत हो रहा था। अबकी बार जो राशन की आपूर्ति हुई है, उसमें बाजरा शामिल नहीं है। सिर्फ गेहूं और चावल ही वितरण के लिए आया है।

जिला पूर्ति अधिकारी ने कहा कि पूर्व में उपलब्ध बाजरा का वितरण भी पूरी तरह नहीं हो सका था। शेष स्टॉक में पड़ा है। उसके संबंध में अभी कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। बताया जाता है कि गर्मी के मौसम में बाजरा के सेवन से भारीपन रहता है। कोटेदारों की ओर से बीते माह ही बाजरा वितरण में कठिनाई की संभावना जताई गई थी।

दूसरी ओर महज एक किलो बाजरा मिलने से चक्की पर पिसाई नहीं हो पा रही थी। कई लाभार्थी द्वारा बाजरे को बाजार में बेचने की भी शिकायतें मिल रही थीं। प्राप्त आपत्तियों का संज्ञान लेकर अब बाजरे का वितरण स्थगित हुआ है। वहीं अक्तूबर-नवंबर में फिर वितरण शुरू होने के कयास हैं। तब तक गेहूं और चावल का वितरण किया जाएगा।

जिले में सात लाख 80 हजार से भी अधिक राशन कार्डधारक हैं। जिसमें 6.89 लाख पात्र गृहस्थी और 99 हजार से अधिक अंत्योदय कार्डधारक हैं। जिले में अनाज वितरण के लिए कुल 1785 दुकानें हैं।