नई दिल्ली. भारतीय रेलवे ने ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत दी है. आज यानी 29 जून से सभी ट्रेनों में सामान्य श्रेणी के टिकट मिलने लगेंगे. इस सुविधा से यात्री बिना रिजर्वेशन कराए टिकट काउंटर से टिकट लेकर यात्रा कर सकेंगे. रेलवे की इस व्यवस्था से यात्री को टिकट किराए में 20 रुपये तक बचत की होगी. इसी के साथ सामान्य श्रेणी के कोचों में आरक्षण की व्यवस्था पूरी तरह समाप्त हो जाएगी. ये व्यवस्था एक जुलाई तक पूरी तरह पटरी पर आ जाएगी.

यात्री अब जनरल टिकट पर किसी भी मेल या एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर सकेंगे. फिलहाल यात्रियों को जनरल टिकट पर 15, स्लीपर पर 20, एसी-3 में 40, एसी-2 में 50 और एसी-1 में 60 रुपये रिजर्वेशन चार्ज देना पड़ रहा है.

वर्तमान में जो ट्रेन ऑपरेट हो रही हैं, उनमें अभी सिर्फ एक तरफ से ही जनरल टिकट की सुविधा उपलब्ध है. कोरोना काल में रेलवे ने ट्रेनों में भीड़ को काबू करने के लिए समान्य कोच में आरक्षण की व्यवस्था लागू कर दी थी. सामान्य कोच में टिकट बुक कराने के लिए यात्री को किराया राशि के अलावा 15 रुपये आरक्षण शुल्क भी देना पड़ रहा था. यदि सामान्य कोचों में सीट खाली भी होती थी तब भी ट्रेन चलने के करीब चार घंटे पहले टिकट रिजर्वेशन कराना अनिवार्य था.

रेलवे के मुताबिक, ज्यादातर ट्रेनों में सामान्य टिकट की सुविधा शुरू कर दी गई है. वेस्ट सेंट्रल रेलवे की ट्रेनों में यह व्यवस्था आज से शुरू हो जाएगी. इसके बाद 5 जुलाई तक 100 प्रतिशत ट्रेनों के सामान्य कोचों के लिए आरक्षण कराने की बाध्यता समाप्त कर दी जाएगी.

बता दें कि कोरोना से पहले लगभग सभी ट्रेनों में सामान्य श्रेणी के टिकट मिलते थे. कोरोना काल में कुछ महीनों के लिए ट्रेनों की सर्विस को बंद कर दिया था. फिर जब बाद में ट्रेनें पटरी पर दौड़ना शुरू हुईं तो जनरल टिकट मिलना बंद हो गया.