मेरठ. केंद्र सरकार के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-(आइसीएआर) ने मोदीपुरम स्थित कृषि विवि को तोहफा दिया है। पहले चरण में केंद्र सरकार ने देश के 74 कृषि विवि में से 25 कृषि विवि को ड्रोन देने का प्रस्ताव पास किया है। जिनमें से मेरठ का कृषि विवि भी शामिल हुआ है, जिसे तीन ड्राेन मिलेंगे। मोदीपुरम स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्याेगिकी विवि के कार्यक्रम में 20 केवीके यानी कृषि विज्ञान केंद्र हैं।

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विवि प्रशासन ने आसीएआर से अपने 20 केवीके के लिए 20 ड्रोन देने का प्रस्ताव भेजा था। जिसके बाद आइसीएआर ने पहले चरण में देश के 74 कृषि विवि और 731 केवीके में से 25 कृषि विवि और 100 केवीके को ड्रोन देने को मंजूरी दी है। इनमें से मोदीपुरम कृ़षि विवि को एक ड्रोन के अलावा विवि के कार्यक्षेत्र वाले दो केवीके बिजनौर व हस्तिनापुर को एक-एक ड्रोन देने का प्रस्ताव पास किया गया है। पहले ही चरण में मोदीपुरम कृषि विवि का नाम आने के बाद विवि प्रशासन के अधिकारी भी खुशी जाहिर कर रहे हैं। वहीं आसीएआर के बजट में प्रत्येक ड्रोन दस-दस लाख रुपये कीमत का होगा। साथ ही एक वैज्ञानी को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिस पर 60 हजार रुपये खर्च आएगा। डैमो पर भी तीन-तीन लाख रुपये खर्च होंगे।

कृषि विवि के डायरेक्टर एक्सटेंशन डा. पीके सिंह ने बताया कि दो मई को दिल्ली में आयोजित एक ड्रोन पर आयोजित वर्कशाप में विवि से पांच वैज्ञानी शामिल हुए थे। यह वर्कशाप नेशनल स्तर पर आयोजित हुई थी। उसके बाद ही देश के कृषि विवि और केवीके को ड्रोन मिलेंगे, इसकी शुरुआत वहीं से हो गई थी।

ड्रोन से कृषि वैज्ञानी किसानों को उनके खेतों में डैमो के जरिये ड्रोन से फसल पर कम दवा का छिड़काव और देखभाल करने का तरीका सिखाएंगे। मोदीपुरम कृषि विवि के केवीके हस्तिनापुर व बिजनौर में किसानों को समय-समय पर डैमो से बेहतर फसल के रखरखाव करना सिखाया जाएगा। वहीं विवि में भी वर्कशाप में डैमो दिखाया जाएगा।

इस बात की खुशी है कि पहले ही चरण में चयनित देश के कृषि विवि और केवीके में से हमारा कृषि विवि और दो केवीके का ड्रोन के लिए चयन हो गया है। तीन ड्रोन हमें मिलेंगे, जिनसे किसानों को नई तकनीक के आधार पर खेती करना सिखाया जाएगा।