नई दिल्ली। केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव की तरफ से 5G को लेकर बड़ा ऐलान किया गया है। यह बयान इसलिए अहम हो जाता है कि पिछली कई रिपोर्ट्स में भारत में 5G नेटवर्क रोलआउट करने की प्रक्रिया में देरी का अंदेशा जताया रहा था। लेकिन मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से जारी बयान के बाद की चीजें स्पष्ट हो गई है। जिसके मुताबिक 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी तय कार्यक्रम के अनुसार निर्धारित समयसीमा में होगी।

साल 2022-23 में चालू हो जाएंगी 5G मोबाइल सर्विस
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह बात ऐसे समय कही है, जब ट्राई ने 5जी स्पेक्ट्रम की कीमत और दूसरे मुद्दों को लेकर दी जाने वाली अपनी सिफारिशों को कुछ दिन के टाल दिया है। साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन एंड डिजिटल फोरेंसिक पर आयोजित दूसरी नेशनल कांफ्रेंस को संबोधित करने के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या स्पेक्ट्रम की नीलामी तय कार्यक्रम के अनुसार होगी तो उन्होंने कहा, बिल्कुल। उन्होंने कहा कि निजी दूरसंचार कंपनियां 2022-23 में ही 5जी मोबाइल सेवाएं शुरू करना चाहती हैं और इसके स्पेक्ट्रम की नीलामी चालू वर्ष में ही आयोजित की जाएगी।

इन शहरों में सबसे पहले रोलआउट होंगे 5G नेटवर्क
दूरसंचार कंपनियां शहरी, अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों सहित दिल्ली, मुंबई, जामनगर, अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु, लखनऊ, गुरुग्राम, गांधीनगर, चंडीगढ़, पुणे और वाराणसी में 5जी परीक्षण कर रहे हैं। बता दें कि रिलायंस जियो और भारती एयरटेल ने 5G रोलआउट करने की अपनी पूरी तैयारी कर रखी है। टेलिकॉम कंपनियों का दावा है कि वो 5G नेटवर्क रोलआउट करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। लेकिन कंपनियां ज्यादा 5G स्पेक्ट्रम प्राइसिंग को लेकर चिंतित हैं। गौरतलब है कि सरकार की तरफ से 5G स्पेक्ट्रम प्राइस तय किया जाना है। टेलिकॉम कंपनियों की मांग है कि सरकार की तरफ से कम कीमत में 5G स्पेक्ट्रम बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाए।