नई दिल्ली. अब तक तो आपने यश फेम KGF चैप्टर 2 देख ली होगी। अगर नहीं देखी, तो देख आइए, लेकिन उसके पहले KGF चैप्टर 1 जरूर देखिएगा क्योंकि उसके बिना आपको कुछ पल्ले ही नहीं पड़ने वाला। नहीं, नहीं हम ऐसा कुछ भी नहीं कर रहे। फिल्म का प्रमोशन हम क्यों करने लगे भला। बढ़िया फिल्म है इसलिए कह दिया। खैर आगे बढ़ते हैं। जिन-जिन लोगों ने फिल्म को घोटकर पी ली है, उन्हें फिल्म का एक-एक सीन, एक-एक किरदार, एक-एक डायलॉग रट गया होगा। नहीं भी रटा तो दिमाग में कुछ टूटा-फूटा तो जरूरी ही होगा, जो जिक्र आते ही आसान से कनेक्ट कर लेंगे। चाहे वह रॉकी के बचपन का किरदार निभाने वाले अनमोल विजय की डायलॉग डिलीवरी हो, शेट्टी उर्फ दिनेश मंगलूरू की हेकड़ी हो, अधीरा उर्फ संजय दत्त की झामफाड़ एंट्री या फिर रॉकिंग स्टार यश का एक्शन हो। फिल्म का जिक्र आते ही नजरों के सामने सब घूमने लगता है। इन सब के बीच एक और कैरेक्टर है, जो बोलता तो कम है, लेकिन जब मुंह खुलता है या स्क्रीन पर आता है तो दर्शकों को हंसाने या फिर उन्हें 440 वोल्ट का झटका देने में कोई कसर नहीं छोड़ता। देता है। वह है ऑफिस असिस्टेंट यानी गोविंद गौड़ा। जिन्होंने पूरी फिल्म में एक खाकी वर्दी पहने, बिना कोई एक्शन किए, साधारण से लुक में सबको लोटपोट कर दिया। गोविंद गौड़ा ने अपने किरदार और फिल्म से जुड़े अनसुनी बातों को शेयर किया।
KGF से आप कैसे जुड़े? आपको फिल्म के लिए किसने अप्रोच किया?
मुझे KGF एसोसिएट का कॉल आया था। उन्होंने कहा था कि एक स्क्रीन टेस्ट होना है। स्क्रीन टेस्ट मतलब लुक टेस्ट। उसी ऑफिस असिस्टेंट के कैरेक्टर के लिए। अब बुलाया गया तो मैं गया। जब वहां पहुंचा तो देखा कि कई सारे लोग पहले से ही टेस्ट दे चुके थे। फिर मेरा भी हुआ। उसके बाद डायरेक्टर, जो प्रशांत नील हैं, उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे एक हफ्ते के लिए एक वर्कशॉप अटेंड करनी पड़ेगी। उस वर्कशॉप को मैंने किया और फिर मैं सेलेक्ट हो गया। हालांकि मेरा किरदार छोटा था। लेकिन डायरेक्टर ने डिटेल के साथ काम किया। क्योंकि पीयून के रोल को दर्शकों का रिप्रेजेंटेटिव माना जाता है।
क्या आप अपने इस किरदार से संतुष्ट हैं, क्योंकि पर्दे पर आप कभी-कभार ही नजर आए!
जैसे मैंने कहा न कि रोल छोटा था लेकिन डायरेक्टर ने इस पर भी बहुत मेहनत की थी। तो मैं इस रोल को करके और इस फिल्म का हिस्सा बनकर बहुत ज्यादा खुश हूं। मुझे कोई शिकवा-गिला नहीं है। मैं तो हमेशा से डायरेक्टर और उनकी पूरी टीम का शुक्रगुजार हूं और हमेशा रहूंगा कि उन्होंने मुझे ये मौका दिया।
फिल्म के शूट के दौरान का कोई ऐसा किस्सा, जो आपके जहन में हो?
हां फिल्म की शूटिंग हो रही थी। मेरा तो चुनिंदा रोल था लेकिन दिलचस्प था। और सबसे मजेदार को सीन थे मेरे। एक तो वो जब ‘कलासनिकाव’ मैं बोलता हूं। और दूसरा जब KGF चैप्टर 3 की बुक रिवील किया। दोनों ही सीन वन टेक में शूट हुए थे। डायरेक्टर प्रशांत नील और पूरी टीम ने ताली बजाकर मेरी सराहना की। वह पल मेरे लिए वाकई यादगार था। वैसे तो सभी वर्किंग डे अच्छे थे और एनर्जेटिक थे। और डायरेक्टर प्रशांत नील ने ये साबित कर दिया कि छोटा रोल भी बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकता है।
KGF के बाद आपकी लाइफ में क्या बदलाव आया?
ये कहते हुए खुशी हो रही है कि मैं अब और बिजी हो गया हूं। मुझे ढेर सारी फिल्मों के ऑफर्स आ रहे हैं। KGF ने सच में मेरी लाइफ बदल दी है। यहां तक कि अब मुझे कन्नड़ के अलावा दूसरी भाषा में फिल्में करने का मौका मिल रहा है। हाल ही मैंने तेलुगु फिल्म ‘Premam Lakapothe’और तमिल फिल्म ‘GPS’ में काम किया है।
आप क्या बचपन से ही ऐक्टर बनना चाहते थे?
नहीं, ये सपना मेरी मां का था। मैंने कभी भी एक्टिंग करने के बारे में नहीं सोचा। लेकिन जब मेरी मां की कैंसर से मौत हुई, तो उनके आखिरी शब्द यही थे कि मैं ऐक्टर बनूं। और मुझे भी था कि मैं अपनी लाइफ में कुछ करूं, कुछ हासिल करूं। अपने छोटे से गांव के लोगों का आशीर्वाद पा सकूं।
देखिए मैं एक छोटे से गांव से आता हूं। मैंने कन्नड़ में MA की पढ़ाई की है। मां की कैंसर से मौत हो गई। पिता किसानी करते थे लेकिन जब मां गुजरीं, तो उन्होंने वह भी छोड़ दिया। फिर मैं घर का गुजारा करने के लिए दूध और मुरमुरे गांव-गांव जाकर बेचा करता था। बहन की जैसे-तैसे शादी करवाई। अब मां का सपना था तो उसे पूरा करने के लिए मैंने मेहनत की। मैंने जब इंडस्ट्री में कदम रखा तो सबसे पहला रोल मुझेडेड बॉडी का मिला था। हालांकि उसके लिए मैंने फीस नहीं ली। फ्री में ही वो रोल किया। बाद में बहन और उनके पति की भी गरीबी और बीमारी की वजह से मौत हो गई। उन्हें एक बेटा और बेटी थे। जिन्हें मैंने ही फिर पाला। लड़की की हालांकि शादी हो गई है और लड़का नौकरी कर रहा है। सब सेटेल्ड हैं लाइफ में। मैंने कन्नड़ टीवी शो Comedy Khiladigalu करके अपनी पहचान इंडस्ट्री में बनाई। इसके बाद मुझे बैक-टू-बैक कॉमिक और सपोर्टिंग रोल्स मिलने लगे। Shathaya Gathaya (2018) और Parasanga (2018) जैसी थ्रिलर फिल्मों में भी मैंने काम किया है।
क्या आप बॉलिवुड फिल्ममेकर के साथ काम करेंगे और करेंगे तो किस डायरेक्टर के साथ?
अगर मुझे मौका मिला, तो जरूर करूंगा। वैसे मेरी भी बॉलिवुड में काम करने की इच्छा है। हालांकि मेरे लिए सभी डायरेक्टर्स एक हैं। कोई बड़ा-छोटा नहीं। मैं सबकी रिस्पेक्ट करता हूं और उनसे समान व्यवहार करता हूं। तो बस मौके पर है, जब मिलेगा, तब जरूर करेंगे।