नई दिल्ली । तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 10 महीने से जारी किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के दिग्गज भाजपा नेता और गृहमंत्री अनिल विज का बड़ा अहम बयान आया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि किसी समस्या का हल केवल बातचीत है और सरकार किसानों व किसान नेताओं से बातचीत के लिए तैयार हैं। वहीं, अनिल विज बातचीत को लेकर गेंद अब संयुक्त किसान मोर्चा के पाले में डाल दी है।

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने किसानों द्वारा किए जा रहे हिंसा की भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में आंदोलन के दौरान हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए, क्योंकि जहां अहिंसा के बल पर देश को आजादी मिली हो वहां हिंसा का कोई काम नहीं है।

गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने हरियाणा की ओर से दिल्ली जाने वाले रास्तों को खुलवाने के लिए किसानों के नेताओं व उनके प्रतिनिधियों को बैठक करने के लिए आमंत्रित किया था। वहीं, किसानों के नेताओं व उनके प्रतिनिधि आए ही नहीं।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शनिवार को महात्मा गांधी की जयंती पर किसान नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि किसान नेता अपने आंदोलन को संयम में रखें क्योंकि महात्मा गांधी के देश मे हिंसक आंदोलन की इजाजत नहीं दी जा सकती।

विज ने आज ट्वीट करते हुए कहा कि किसान आंदोलन दिंन प्रतिदिन हिंसक होता जा रहा है । महात्मा गांधी के देश मे हिंसक आंदोलन की इजाजत नहीं दी जा सकती । किसान नेता अपने आंदोलन को संयम में रखें”।

उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन की वजह से बन्द रास्तों पर संज्ञान लिया तो हरियाणा सरकार ने रास्ते खुलवाने और किसानों के साथ बातचीत के लिए हाई लेवल कमेटी का गठन किया था।