मेरठ। अवैध रूप से हथियार बनाने की मेरठ और मुरादनगर में चार फैक्ट्रियां चलाने वाले वेस्ट यूपी के सबसे बड़े हथियारों के सौदागर जहीरुद्दीन को हरियाणा पुलिस ने घर से दबोच लिया। सात दिन पहले जमानत पर छूटने के बाद उसने फिर से हथियारों का धंधा शुरू कर दिया था। हरियाणा से एक मुकदमे में वह वांछित चल रहा था। 53 साल का जहीरुद्दीन थाना कोतवाली क्षेत्र स्थित सराय बहलीम का रहने वाला है और अनपढ़ है। हथियार बनाने और सप्लाई करने से पहले वह बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड, दिल्ली समेत कई राज्यों में फेरी लगाकर कपड़े बेचता था। इस दौरान बिहार के मुंगेर में सादुल्ला से मुलाकात के बाद कपड़े की गठरी में छिपाकर हथियारों की तस्करी शुरू कर दी थी।

शुरुआत में दो-तीन पिस्टल मुंगेर से मेरठ लाकर एक पिस्टल को 10 से 15 हजार रुपये में बेच देता था। इसके बाद उसने मुरादनगर इलाके में प्लाट खरीदकर अवैध हथियार बनाने की एक फैक्ट्री शुरू कर दी थी। यहां वह मुंगेर से पिस्टल की बाडी और स्लाइड लाकर पिस्टल असेंबल करता था। यहां के अलावा मेरठ में भी तीन फैक्ट्री चला रहा था। लिसाड़ी गेट क्षेत्र में वर्ष 2019 और नौचंदी क्षेत्र में 2020 में छापेमारी कर पुलिस ने उसकी असलाह फैक्ट्री की पकड़ी थीं। इन मामलों में उसकी पत्नी और दामाद भी जेल जा चुके हैं।

सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया ने बताया कि सात दिन पहले जेल से छूटने के बाद फिर से जहीरुद्दीन ने हथियार सप्लाई का धंधा शुरू कर दिया था। हरियाणा पुलिस जहीरुददीन को अपने साथ ले गई है। वह वहां के मुकदमे में वांछित चल रहा था। गाजियाबाद पुलिस ने 13 अप्रैल को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उस समय दुबई भागने की फिराक में था। उसका पासपोर्ट भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।