मेरठ । भादों के अंतिम दिन लगी बारिश की झड़ी ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। धान की फसल खेतों में गिर गई है और पानी भर गया है। आशंका है कि फसल को काफी नुकसान होगा। मौसम विभाग ने आज भी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इसे देखते हुए मेरठ में जिलाधिकारी डीएम दीपक मीणा ने शहर के 12वीं तक के सभी स्कूलों में छुट्टी कर कर दी है। बुधवार रात 11 बजे तक 40 मिमी. बारिश दर्ज की गई। तापमान 8.7 डिग्री गिर गया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 25 सितंबर तक मानसून सक्रिय रहेगा।
सितंबर में बारिश ने 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। सितंबर में दूसरी बार सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। 18 दिन में ही 261 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। बारिश अब किसानों के लिए आफत बन रही है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरएस सेंगर व अरुण ने बताया कि सामान्य से अधिक बारिश किसानों के लिए संकट लेकर आई है। यह बरसात गर्मी में बोई गई खड़ी फसलों जैसे धान, कपास, सोयाबीन, मक्का और दलहन पर बुरा असर डाल सकती है। यह फसल सितंबर के मध्य तक कटने लगती हैं। जो धान की फसल गिर गई है, उसमें नुकसान होगा।
लगातार हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित रहा। बारिश के चलते शहर में अधिकांश सड़कों पर जलभराव हो गया। दिल्ली रोड पर भारी वाहनों ने सड़क को गड्ढों में तब्दील कर दिया। सड़कों पर जलभराव होने से गड्ढों में वाहनों के फंसने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बरसात में मेरठ के सदर बाजार, घंटाघर, हापुड़ रोड, कचहरी रोड, दिल्ली रोड, बागपत रोड पर जलभराव हुआ। दिल्ली रोड पर जगदीप मंडल के सामने हाल में ही बनी सड़क बरसात में उखड़ गई। भारी वाहनों ने सड़क को पूरी तरह से गड़ढ़ो में तब्दील कर दिया। ऐसे में राहगीरों का सफर परेशानी भरा रहा। कई स्थानों पर वाहन चालक गड्ढों में फंसने से चाेटिल हुए।
बुधवार को बारिश से परिवहन निगम को भी नुकसान हुआ। यात्री कम आए तो बसों का संचालन भी प्रभावित हुआ। हालांकि सभी मार्गों पर रोडवेज बसों को चलाया गया, मगर यात्री कम ही आए। जिस कारण लोड फैक्टर कम होने से निगम की आय भी प्रभवित हुई है।
दिनभर बारिश होने के चलते रुड़की रोड स्थित विभिन्न कॉलोनियों व संपर्क मार्गों पर जलभराव की स्थिति बनी रही। पल्लवपुरम फेज दो में थाने के पास सड़क पर जलभराव के साथ कीचड़ होने से स्थानीय निवासियों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
लगातार हो रही बारिश से मौसम में बदलाव आया है। तापमान काफी गिरा है। तेज गर्मी के बाद मौसम में इस बदलाव का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। खांसी-जुकाम और बुखार के मरीज बढ़ गए हैं। ऐसे में चिकित्सक लोगों को खानपान और दिनचर्या में सावधानी की हिदायत दे रहे हैं।
फिजिशियिन डॉ. तनुराज सिरोही ने बताया कि बारिश में भीगने से बचें। अगर खांसी-जुकाम हो तो गुनगुना पानी पीते रहे। गरारे करें। बुखार कई दिन तक न उतरे तो चिकित्सक से परामर्श जरूर लें। सड़क किनारे मिलने वाली तली-भुनी चीजों से परहेज करें।
अगर बीमार हैं और दवाइयां चलती हैं तो दवाई समय पर जरूर लें। फिजिशियन डॉ. वीके बिंद्रा ने बताया कि ऐसे में मौसम में मच्छर पनपने लगते हैं। इसे डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है। लिहाजा मच्छरों से सावधान रहें। घर में पानी भरा न रहने दें। उन्होंने बताया वायरल के अलावा टायफाइड के मरीज काफी बढ़े हैं। सावधानी ही बचाव है।