लखीमपुर खीरी। में बवाल के बाद शासन के निर्देश पर पूरे जोन में हाई अलर्ट कर दिया गया है। लखीमपुर खीरी से सटे किसान बहुल पीलीभीत और शाहजहांपुर जिले में विशेष निगरानी की हिदायत दी गई है। किसान संगठनों की सक्रियता को देखते हुए उत्तराखंड सीमा पर स्थित बरेली के बहेड़ी तहसील क्षेत्र में भी पैनी नजर रखने को कहा गया है।

किसान आंदोलन में तराई के जिलों के किसान संगठन लगातार सक्रिय हैं। आशंका जताई जा रही है कि लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद पीलीभीत, शाहजहांपुर और बहेड़ी के किसान वहां जा सकते हैं या फिर उसकी प्रतिक्रिया यहां देखने को मिल सकती है। इसी आशंका को देखते हुए एडीजी अविनाश चंद्र ने पूरे बरेली जोन में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। अफसरों को सक्रिय रहकर हालात पर नजर रखने की हिदायत दी गई है ताकि इस बवाल की प्रतिक्रिया दूसरे जिलों में न हो सके। बता दें कि शाहजहांपुर और पीलीभीत जिले की सीमा लखीमपुर खीरी से सटी हुई है। इन दोनों जिलों में बड़ी तादात में किसान लगातार किसान आंदोलन में सक्रिय हैं।

लखीमपुर खीरी की घटना के बाद शासन ने बरेली के एडीजी अविनाश चंद्र और आईजी रमित शर्मा को पूरी स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। जरूरत पड़ने पर एक्शन लेने को भी कहा है। शासन लगातार दोनों अधिकारियों के संपर्क में बना हुआ है। इंटेलिजेंस और एलआईयू समेत सभी खुफिया इकाइयों को भी सक्रिय कर दिया है। उन्हें हर जरूरी सूचना स्थानीय अधिकारियों और शासन को भेजने का निर्देश दिया गया है। प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री बनने के बाद बहेड़ी विधायक छत्रपाल गंगवार रविवार को पहली बार बरेली पहुंचे। कई जगह उनके स्वागत कार्यक्रम होने हैं। इस दौरान किसान संगठनों के विरोध की आशंका देखते हुए पुलिस को अलर्ट किया गया है। 

लखीमपुर खीरी की घटना के बाद पूरे हालात पर नजर रखी जा रही है। पूरे जोन में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। अफसरों को फील्ड में रहकर हालात पर नजर रखने को कहा गया है। खीरी सीमा पर कड़ी निगरानी की जा रही है। – अविनाश चंद्र, एडीजी जोन