उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) कृषि प्राविधिक सहायक भर्ती-2013 में शामिल होने के बाद ओवरएज हो चुके 906 अभ्यर्थियों का डाटा 10 दिनाें के भीतर उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) को प्रेषित कर देगा। यूपीएसएसएससी कृषि प्राविधिक सहायक के 3466 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन तैयार कर चुका है, लेकिन यूपीपीएससी से 906 अभ्यर्थियों का डाटा प्राप्त न होने के कारण विज्ञापन जारी नहीं कर पा रहा है। दरअसल, कृषि प्राविधिक सहायक भर्ती-2013 में त्रिस्तरीय आरक्षण का विवाद कोर्ट में गया था। हाईकोर्ट ने भर्ती निरस्त कर दी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाते हुए भर्ती को हरी झंडी दे दी थी।

साथ ही भर्ती में शामिल 906 अभ्यर्थियों को बाहर कर दिया था। ये अभ्यर्थी 2013 की भर्ती के बाद ओवरएज हो गए थे, सो उन्होंने आयु सीमा में छूट देने या अगली भर्ती में शामिल होने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2019 में आदेश दिया कि इन 906 अभ्यर्थियों को कृषि प्राविधिक सहायक की अगली भर्ती में शामिल किया जाए। पहले यह भर्ती यूपीपीएससी कराता था, लेकिन अब यूपीएसएसएससी के पास भर्ती की जिम्मेदारी है। यूपीपीएससी के पास वर्ष 2013 का डाटा उपलब्ध है, जिनमें से 906 अभ्यर्थियों का डाटा यूपीएसएसएससी को चाहिए। भर्ती शीघ्र शुरू की जा सके, इसके लिए कृषि निदेशालय की ओर से यूपीपीएससी को तीन रिमांडर भेजे जा चुके हैं।
डाटा भेजे जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थी आयेाग के गेट नंबर-3 के सामने धरने पर बैठ गए। दोपहर 12 के आसपास चार अभ्यर्थियों आशुतोष त्रिपाठी, बृजेंद्र पांडेय, अमित शुक्ला और अभिनव मिश्रा को वार्ता के लिए बुलाया गया। उन्हें आश्वस्त किया गया कि 10 दिनों के भीतर डाटा भेज दिया जाएगा।

आश्वासन मिलने के बाद अभ्यर्थियों ने धरना समाप्त कर दिया। आयोग के मीडिया प्रभारी विनोद कुमार गौड़ ने बताया कि यूपीएसएसएससी को जिस रूप में सूचना चाहिए, उसका प्रारूप 29 मई 2023 को यूपीपीएससी को प्राप्त हुआ है। इस पर शीघ्रता से कार्यवाही की जा रही है। निर्धारित प्रारूप पर 10 दिनों के भीतर यूपीएसएससी को डाटा प्रेषित कर दिया जाएगा।