यामुकुबी गांव में बाढ़ के पानी में सैकड़ों घर बह गए हैं, बचावकर्मियों और अन्य लोगों ने शनिवार को शवों की तलाश में मलबे को खोदने का काम किया. बाढ़ प्रभावित एनौरिते जिकुजुवा ने कहा कि वह अपने सास-ससुर समेत पूरे परिवार को खो चुकी हैं. साथ ही उनके कई पड़ोसी भी मारे गए हैं.

उन्होंने कहा ‘पूरा गांव जैसे बंजर भूमि में तब्दील हो चुका है. हर जगह सिर्फ पत्थर ही पत्थर हैं और हम ये तक नहीं बता सकते कि हमारी जमीन कहां थी.’ मलबे में दबे शवों की तलाश में जुटे एक बचावकर्मी मिचाके न्तामाना ने कहा कि ग्रामीण शवों की शिनाख्त करने की कोशिश कर रहे हैं और अपने प्रियजनों का शव मिलने पर उन्हें अपने साथ ले जा रहे हैं.

दक्षिण कीवू के गवर्नर थो न्गवाबिदजे ने बाढ़ से हुई क्षति का जायजा लेने के लिए क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने ट्वीट किया कि प्रांतीय सरकार ने पीड़ितों के लिए चिकित्सा, एवं खाद्य सामग्री की आपूर्ति की है. प्रभावित इलाकों तक जाने वाली कई मुख्य सड़कें बारिश एवं बाढ़ के कारण बाधित हो गई हैं जिससे राहत सामग्री पहुंचाने में मुश्किल हो रही है.

राष्ट्रपति फेलिक्स शिशेकदी ने पीड़ितों की याद में सोमवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी और कहा था कि केंद्रीय सरकार प्रांतीय सरकार की मदद के लिए दक्षिण कीवू में आपदा प्रबंधन टीम भेज रही है. बता दें कि हाल के दिनों में भारी बारिश ने पूर्वी अफ्रीका में हजारों लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है, युगांडा और केन्या के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश देखी जा रही है.

कांगो की सीमा से सटे रवांडा में बाढ़ और भूस्खलन से इस सप्ताह के शुरू में 129 लोगों की मौत हो गई थी. स्थानीय सरकार के अधिकारी बाकेंगे ने बताया कि यह चौथी बार है कि इन्हीं नदियों के कारण इस तरह का नुकसान हुआ है.