नई दिल्ली. मेरी उम्र 30 साल है और मैं हर महीने 90,000 रुपये कमाता हूं. मैं हाउसिंग हाउसिंग लोन के लिए 20,000 और व्हीकल लोन के लिए 10,000 रुपये की ईएमआई जमा करता हूं. मैं फिलहाल राष्ट्रीय पेंशन स्कीम में 16,000 रुपये का निवेश कर रहा हूं. निवेश की इस रकम में 10 फीसदी वार्षिक वृद्धि भी करता हूं. मैंने हाल ही में 5,000 रुपये का SIP भी शुरू किया है. मुझे 30 साल में 5 करोड़ रुपए पाने के लिए SIP में और कितना निवेश करना चाहिए? मैं एनपीएस में 6 साल से निवेश कर रहा हूं. मेरी 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर इसकी परिपक्वता वैल्यू क्या होगी?

अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जीवन की शुरुआत में ही योजना बनाना अच्छी बात है. यदि आप 30 साल की आयु में बचत करना शुरू करते हैं, तो आपको अगले 30 साल के लिए प्रति महीने 22,000 रुपये का निवेश होगा. इससे मूलधन के रूप में 79.2 लाख रुपये जमा हो जाएगा. यदि इस पर 10 फीसदी रिटर्न मानकर चलें, तो आप 5 करोड़ रुपए का लक्ष्य पा सकते हैं. इसमें समय के साथ निवेश की रकम में और वृद्धि पर विचार नहीं किया गया है.

कुल रकम 9 करोड़ रुपए से अधिक
एनपीएस मामले में यदि एनुअल इंक्रीमेंट जैसी स्थिति के बावजूद यदि निवेश की रकम नहीं बढ़ाई जाती है, तो भी 30 साल में प्रति महीने 16,000 रुपये जमा करने पर मूलधन 57.6 लाख रुपए जमा होगा. अर्निंग इंटरेस्ट 10 फीसदी मिलने की स्थिति में 30 साल में इसका कुल वैल्यु 3.6 करोड़ रुपए हो जाएगी. इसी प्रकार एनुअल सेविंग के लिए 10 फीसदी की बचत दर के साथ मूल राशि 3.15 करोड़ रुपये हो जाती है. 30 साल के के अंत में 10 फीसदी एनुअल अर्निंग के साथ कुल रकम 9 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी.

ईपीएफ और पीपीएफ दोनों अकाउंट रख सकते
मैंने पब्लिक प्रोविडेट फंड अकाउंट खुलवाया है. क्या मुझे इंप्लाई प्रोविडेंट फंड में भी योगदान देना चाहिए? आप ईपीएफ और पीपीएफ दोनों अकाउंट रख सकते हैं. ईपीएफ अकाउंट सुविधा केवल कर्मचारियों के लिए है, जबकि पीपीएफ अकाउंट कोई भी खुलवा सकता है. पीपीएफ के जरिये स्वरोजगार करने वाले भी दीर्घकालीन लक्ष्य हासिल करने के लिए निवेश कर सकते हैं. इसमें भी रिटर्न अच्छा मिलता है. दोनों खातों में निवेश कर टैक्स भी बचाया जा सकता है.