नई दिल्‍ली. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अगले सत्र से हाई स्कूल की परीक्षा नए एग्‍जाम पैटर्न पर कराने का फैसला किया है. 10वीं की परीक्षा में अब एक पेपर बहुविकल्‍पीय भी होगा. बोर्ड 2025 से इंटरमीडिएट के पैटर्न में भी बदलावा करेगा जबकि 10वीं की परीक्षाओं में नया पैटर्न अगले साल से ही लागू होगा. क्‍या होगा एग्‍जाम के पैटर्न में बदलाव और पिछले पैटर्न से ये कैसे होगा अलग, इसकी पूरी जानकारी यहां देखें.

क्‍या है बोर्ड का लागू पैटर्न
– 10वीं की बोर्ड परीक्षा 70 और 80 नंबर की होती है. प्रैक्टिकल वाले विषयों के लिए 70 नंबर की परीक्षा होती है जबकि बगैर प्रैक्टिकल वाले विषयों के लिए 80 नंबर की परीक्षा होती है.
– सब्‍जेक्‍ट के टोटल मैक्सिमम मार्क्‍स 100 नंबर हैं जिसमें बाकी के 30 या 20 नंबर प्रैक्टिकल या इंटरनल असेसमेंट के नंबर होते हैं.
– परीक्षा में अति लघु, लघु और दीर्घ उत्‍तरीय सवाल पूछे जाते हैं और पूरा पेपर डिस्क्रिप्टिव आंसर पैटर्न पर होता है.
– परीक्षा की अ‍वधि 3 घंटे की होती है.

क्‍या होगा पैटर्न में बदलाव
– परीक्षा अब पूरी तरह से डिस्क्रिप्टिव नहीं होगी, बल्कि एक पेपर में ऑब्‍जेक्टिव टाइप सवाल पूछे जाएंगे.
– एक पेपर में MCQ आधारित सवाल पूछे जाएंगे जिनके जवाब OMR शीट पर देने होंगे.
– डिस्क्रिप्टिव सवालों की गिनती कम होगी और ज्‍यादा नॉलेज बेस्‍ड सवाल परीक्षा में होंगे.

इससे पहले CBSE बोर्ड, बिहार बोर्ड ने भी परीक्षा में MCQ प्रश्‍नों को जोड़ा है जिससे छात्रों के लिए एग्‍जाम अटेम्‍प्‍ट करने में आसानी हो और पेपर को ज्‍यादा नॉलेज ओरिएंटेड बनाया जा सके. छात्रों को मल्टिपल च्‍वाइस सवालों में अटेम्‍प्‍ट करने का भी अवसर दिया जा सकता है. राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति के तहत, बोर्ड ने छात्रों की लिखने की क्षमता सुधारने के बजाय उनके ज्ञान के परीक्षण के लिए पैटर्न में बदलाव का फैसला किया है. पैटर्न की विस्‍तृत जानकारी के लिए बोर्ड जल्‍द ही मॉडल पेपर भी जारी कर सकता है.