बांदा| बांदा जिले में हत्यारोपी पति ने चाकू से पांच वार किए थे। इससे पत्नी की मौत हुई है। सभी वार पेट के निचले हिस्से में किए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। उधर, हत्यारोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया है। इस घटना में शनिवार को मृतका संजो के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
पोस्टमार्टम सूत्रों के मुताबिक मृतका के पेट के निचले हिस्से में चाकू से पांच वार किए गए हैं। उधर, शहर कोतवाल मनोज शुक्ला ने बताया कि आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया था। शनिवार को उसे जेल भेज दिया गया है। एएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया आपसी विवाद के चलते हत्या की गई है।
गिरवां थाना क्षेत्र के काजीपुर गांव निवासी संजो देवी (24) अपने दो बच्चों काजल (ढाई वर्ष) व प्रियांशु (डेढ़ वर्ष) के साथ छह दिन पहले मायके शहर कोतवाली क्षेत्र के कहला गांव में रहने आई थी। संजो के पिता सोहन निषाद ने बताया कि शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे के करीब बेटी को लेने उसका पति शिव कुमार निषाद पहुंचा।
इस पर उन्होंने दामाद से अपने पिता गोपाली को बुलाने की बात कही। यह भी कहा कि संजो का ससुर उसका उत्पीड़न करता है, इसलिए पहले तुम्हारे पिता से बात करेंगे तब बेटी को भेजेंगे। इसके बाद दामाद शिव कुमार बहाने से संजो को आंगन में ले गया और चाकू से ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया।
घटना देख मृतका का पिता, बुआ सुनीता और दादी रमकलिया उसे पकड़ने पहुंचे, तो आरोपी चाकू की धौंस दिखाकर भागने लगा। तभी मृतका के चचेरे भाई योगेश ने उसे दबोच लिया और पुलिस को सूचना दी। जानकारी पर एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र, सीओ सिटी गवेंद्र पाल गौतम, शहर कोतवाल मनोज शुक्ला फोर्स के साथ पहुंचे।
शहर कोतवाली क्षेत्र के कहला गांव में सोहन निषाद का मकान है। पेशे से वह मजदूर है। उसके तीन पुत्रियों में बड़ी सुधा, संजो, सुषमा और एक पुत्र पुष्पेंद्र है। पत्नी रमा है। रमा मानसिक अस्वस्थ है। उसका ग्वालियर में इलाज चल रहा है। शुक्रवार की रात परिजन उसे लेकर ग्वालियर जाने वाले थे, तभी यह घटना हो गई।
घटना के दो दिन पहले हत्यारोपी पुत्री को लेने आया था, उन्होंने भेजने से मना कर दिया था। कहा था कि अपने पिता गोपाली को लेकर आओ। पहले उससे बात होगी तब वह अपनी पुत्री को भेजेंगे। शुक्रवार को दोपहर हत्यारोपी दामाद फिर उसके घर पहुंच गया और उसने यह वारदात कर डाली।
हत्यारोपी पति शिवकुमार ने पुलिस को बताया कि उसकी ससुराल वाले उसके पिता पर उत्पीड़न का आरोप भी लगा रहे थे। उसने संजो से कहा कि तुमने उसके पिता के उत्पीड़न और गलत निगाह रखने वाली बात अपने पिता से क्यों बताई। इस पर दोनों में कहासुनी होने लगी। इस बीच उसने चाकू से वारकर उसकी हत्या कर दी।
मृतका संजो की मासूम बेटी काजल (ढाई साल) और पुत्र प्रियांशु (डेढ़ साल) अपने नाना की गोद में थे। उन्हें पता भी नहीं था उनके ही पिता ने उनकी मां की चाकू से गोदकर हत्या कर दी है। दोनों बच्चे गोद में गुमशुम गांव वालों को निहार रहे थे।
घटनास्थल कहला गांव में मृतका संजो की चचेरी बहन मैकी ने बताया कि संजो का पति गांव में रहता है। कुछ नहीं करता। पूरा खर्चा उसका ससुर गोपाली उठाता था। ससुर गोपाली पर आरोप लगाया कि वह मृतका के साथ शराब के नशे में मारता-पीटता था। मृतका के पति को इसकी जानकारी थी। छह दिन पहले जब संजो अपने मायके आई तब उसने ससुर की करतूत बताईं थीं। इसी से नाराज होकर उसके पति ने उसकी हत्या की है।