बिहार| बिहार के एक लड़के ने देर रात में कब्रिस्तान, भुतहा घर और किला में वीडियो बनाए और इस काम ने उन्हें पैसा और शोहरत दिलाई. अमित पांडे बिहार की एक मिडल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता एक छोटी सी दुकान चलाते हैं. बचपन से ही उनके परिवार वाले चाहते थे कि वह सरकारी नौकरी करें. इसके लिए उन्होंने काफी पढ़ाई भी की. अमित खुद भी सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे थे और दूसरे बच्चों को भी पढ़ाते थे. इनमें से कई बच्चों की नौकरी भी लग गई, लेकिन दो से तीन साल तैयारी करने के बाद भी अमित की नौकरी नहीं लगी. तब उन्होंने कुछ और करने का सोचा. अमित की इच्छा थी कि वह फिल्मी स्टार बनें. अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए वह मुंबई आए. मुंबई में भी सफलता नहीं मिली तो उन्होंने यूट्यूब वीडियो बनाना शुरू किया.
मुंबई आने के बाद उनके पास महज 1300 रुपये बचे थे. वह घर पर बिना बताए मुंबई के लिए निकले थे. उन्होंने ट्रेन में बैठने के बाद परिवार को फोन पर बताया कि वह मुंबई जा रहे हैं. काफी ऑडिशंस देने के बाद उन्हें जूनियर आर्टिस्ट का रोल मिला. वो एक तरह से भीड़ का हिस्सा था. उन्हें रोजाना 300-400 रुपये मिलते थे. एक दिन उन्हें एक सीरियल में छोटा सा रोल मिल गया. इस बीच उन्होंने अपनी बहनों और मां से बात की. तब उन्हें पता चला कि मां ने एक हफ्ते से खाना नहीं खाया है. वह उन्हें काफी याद करती हैं. मां के आंसू देखने के बाद वो सीधा अपने घर के लिए रवाना हो गए.
उन्हें पता चला कि उनका एक दोस्त वीडियो बनाकर यूट्यूब से पैसे कमा रहा है. इसके बाद अमित ने भी वीडियो बनाना शुरू कर दिया. उन्होंने ये वीडियो श्मशान घाट, कब्रिस्तान, भुतहा घर और किला में जाकर बनाए. वो ऐसी जगहों पर जाते थे, जहां दिन में जाने में भी लोग डरते हैं. उस जगह पर वो रात को 12 बजे, 2 या 3 बजे भी जाने लगे. उनका चैनल जैसे ही मोनेटाइज हुआ, उनके पास 25000 रुपये की पेमेंट आई. इस पैसे से उन्होंने कैमरा लिया.
आज उनके चैनल पर करीब 75 हजार सब्सइबर्स हैं. हालांकि उनके घर वालों को डर था कि ऐसी जगह पर जाकर अमित को कुछ हो न जाए. तब अमित ने अपने परिवार को समझाया कि उन्हें इस काम से खुशी मिलती है.