नई दिल्ली। अगर आपके पास एसबीआई का अकाउंट है, आपने उसकी केवाईसी भी करा रखी है, फिर भी आपको पैन कार्ड डिटेल अपडेट करने के लिए मैसेज आ रहे हैं तो सचेत हो जाएं। ऐसे मैसेज फर्जी हैं। एसबीआई ने ऐसे संदेशों के प्रति अपने ग्राहकों को आगाह किया हैं और इसके झांसे में न आने की चेतावनी जारी की है।
कई ग्राहकों को भारतीय स्टेट बैंक से एक संदेश प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्हें सूचित किया गया है कि उनका योनो खाता निष्क्रिय कर दिया गया है और उन्हें अपने एसबीआई योनो खाते को पुनः सक्रिय करने के लिए अपना स्थायी खाता संख्या अपडेट करने की आवश्यकता है। अगर आप भी ऐसे मैसेज पाने वालों में से हैं तो बता दें कि ये मैसेज ‘फर्जी’ है। बैंक ने कहा हैं कि कभी भी ऐसे ईमेल/एसएमएस का जवाब न दें, जिसमें आपकी व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी साझा करने के लिए कहा गया हो। एसबीआई कभी भी मैसेज के जरिए पर्सनल डिटेल नहीं मांगता।
इस तरह का फर्जी मैसेज मिलने के बाद एसबीआई के ग्राहकों को क्या करना चाहिए? ग्राहक इस तरह के संदेशों की जानकारी [email protected] पर ईमेल कर या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके दे सकते हैं।
आरबीआई के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में एटीएम/डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग धोखाधड़ी के जरिए होने वाला नुकसान 216 करोड़ रुपये था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, धोखाधड़ी रोकने के लिए एसबीआई जल्द ही योनो ऐप का नया वर्जन लेकर आ सकता है। बैंक ने कहा है कि उसका डिजिटल प्लेटफॉर्म दिन पर दिन मजबूत होता जा रहा है। 96.6 प्रतिशत से अधिक लेन-देन अब वैकल्पिक चैनलों के माध्यम से किए जाते हैं। योनो पर पंजीकृत उपयोगकर्ताओं की संख्या 5.25 करोड़ से अधिक है। बैंक द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि हाल के दिनों में योनो ऐप के जरिए अकांउंट खोलने वालों की संख्या बढ़ी है।