नई दिल्‍ली: घर-दफ्तर-दुकान में पूजा घर होना, भगवान की तस्‍वीर या मूर्ति होना सकारात्‍मकता लाता है. पूजा-पाठ, आरती घर की नकारात्‍मकता को खत्‍म करती हैं. इससे कई तरह के वास्‍तु दोष दूर होते हैं. लेकिन जिस तरह पूजा घर गलत जगह पर होना बड़े नुकसान का कारण बन सकता है, उसी तरह भगवान की गलत तस्‍वीर या मूर्ति तबाही ला सकती है. उस पर संसार के रचयिता और संहारक भगवान शिव की तस्‍वीर लगाने या मूर्ति स्‍थापित करने में की गई गलती तो जिंदगी पर बहुत भारी पड़ सकती है.

घर पर यदि शिव जी की कृपा हो तो पूरी जिंदगी परेशानियां छू भी नहीं पाती हैं. इसके अलावा घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है. खासतौर पर शिव परिवार की तस्वीर लगाने से घर के लोगों के बीच प्‍यार और खुशहाली बनी रहती है. बच्‍चे संस्‍कारी बनते हैं. लेकिन शिव परिवार या शिव जी की मूर्ति-तस्‍वीर गलत दिशा में लगाने, रौद्र रूप वाली तस्‍वीर लगाने से जिंदगी संकटों में घिर सकती है.

वास्तु शास्त्र में भगवान भोलेनाथ की मूर्ति स्‍थापित करने और उनकी तस्‍वीर लगाने से संबंधित कुछ जरूरी नियम बताए हैं. इनका पालन करना बहुत जरूरी है.

– घर में भगवान शिव की मूर्ति या तस्‍वीर ऐसी जगह हो जहां से सभी लोग उनके दर्शन कर सकें. इससे रिश्‍ते मजबूत होते हैं और सकारात्‍मकता बढ़ती है.

– घर में शिव जी मूर्ति या तस्‍वीर का उत्तर दिशा में होना सबसे ज्‍यादा शुभ माना गया है क्‍योंकि शिव जी कैलाशवासी हैं और कैलाश पर्वत उत्तर में है.

– शिव जी की मूर्ति या तस्‍वीर में ना तो वे खड़ी हुई मुद्रा में हों और ना ही रौद्र रूप में हों. ये दोनों मुद्राओं वाली मूर्ति-तस्‍वीर घर में लगाना खुद विनाश को बुलावा देना है. बेहतर होगा कि उनकी प्रसन्‍न मुद्रा वाली तस्‍वीर-मूर्ति लगाएं.

– जिस भी जगह पर शिव जी की मूर्ति स्‍थापित की गई हो या तस्‍वीर लगाई हो वहां हमेशा सफाई रहनी चाहिए. वरना शिव जी की नाराजगी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है.