नई दिल्ली. आज भी हमारे देश की एक बड़ी आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है। यहां के लोग खेती और पशुओं का पालन काफी ज्यादा करते हैं। कोई गाय पालता है, कोई भैंस पालन करता है, तो कोई अन्य जानवरों को पालता है। इन पशुओं के जरिए लोग अपनी कमाई भी करते हैं। जैसे- गाय और भैंस का दूध बेचा जाता है और अच्छी कमाई हो जाती है। इसके अलावा सरकार की तरफ से भी समय-समय पर ऐसे प्रयास किए जाते हैं, जिनके जरिए पशुपालन क्षेत्र में लोगों को आर्थिक मदद मिल सके। जैसे- पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना, लेकिन ज्यादातर लोग इस योजना के बारे में शायद जानते नहीं हैं? तो चलिए हम आपको इस योजना के बारे में विस्तार से बताते हैं। आप अगली स्लाइड्स में इसके बारे में जान सकते हैं…

दरअसल, पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना के जरिए पशुपालकों की पैसों से जुड़ी परेशानियों को खत्म किया जाता है। इस योजना के अंतर्गत पशुओं के नाम पर पशुपालकों को सस्ती दरों पर लोन दिया जाता है।

अगर आप भी इस पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आप इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके से आवेदन कर सकते हैं। इसका फॉर्म आप बैंक से ले सकते हैं, और भरकर सभी जरूरी दस्तावेज लगाकर यहीं जमा करने होते हैं।

अगर आप ये क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए पशुओं का हेल्थ सर्टिफिकेट, बीमित पशुओं पर लोन, पशु की खरीद पर लोन, बैंक का क्रेडिट स्कोर, आवेदक का आधार कार्ड, पेन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो चाहिए।

इस पशु क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत इस कार्ड पर बिना गारंटी के 1 लाख 80 हजार रुपये तक का लोन देने का प्रावधान है। वैसे इस पर पशुपालक 3 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं। इस कार्ड के जरिए महज 4 प्रतिशत ब्याज दर देनी होती है, जबकि सरकार की तरफ से 3 प्रतिशत प्रीमियम के भुगतान के लिए छूट दी जाती है।

इसमें गाय पर 40 हजार 783 रुपये, भैंस पर 60 हजार 249 रुपये, भेड़-बकरी पर 4 हजार 63 रुपये, सूअर पर 16 हजार 300 रुपये सालाना और अंडे देने वाली मुर्गी पर 720 रुपये मिलते हैं।