नई दिल्ली. आज के दौर में स्ट्रेस जैसा शब्द बहुत आम हो गया है। स्ट्रेस किसी भी प्रकार का हो, यह शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता। यदि आपको अधिक तनाव है तो सतर्क हो जाइये। नए शोध बताते हैं कि इसके बहुत नुकसान हो सकते हैं। तनाव आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। अमेरिका में चूहे पर किए गए एक अध्ययन में सामने आया है कि तीव्र तनाव संक्रमण, खासकर कोरोना और इन्फ्लूएंजा, से लड़ने की शरीर की क्षमता को कमजोर कर सकता है। इससे जान जाने का खतरा भी बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि तीव्र तनाव मस्तिष्क के एक विशेष भाग के न्यूरांस को प्रेरित करता है। इसके चलते छोटी ग्रंथियों (लिम्फ नोड्स) से सफेद रक्त कोशिकाएं या ल्यूकोसाइट्स निकलकर खून और बोन मैरो (अस्थि मज्जा) में प्रवेश करती हैं। “नेचर” नामक पत्रिका में सोमवार को प्रकाशित इस शोध से पहली बार यह सामने आया है।
यह प्रक्रिया कोरोना या इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों से लड़ने की शरीर की प्रतिरक्षा को कमजोर करती है। इसके चलते संक्रमण से गंभीर बीमारी होने का खतरा पैदा होता है जो मौत का कारण भी बन सकता है। यह अध्ययन हमारे सामाजिक आर्थिक कारक, जीवन शैली और वातावरण को लेकर कई सवाल उठाता है। बड़ा सवाल यह है कि हम जिस माहौल में रहते हैं, उसमें किस तरह से खुद को तनाव मुक्त रखें, ताकि हमारी प्रतिरक्षा संक्रमण के खिलाफ कमजोर नहीं पड़े।
यह शोध हमें बताता है कि तनाव का हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली और संक्रमण से लड़ने की क्षमता पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। अमेरिका में चूहे पर किए गए अध्ययन में जानकारी सामने आई है। मौत का भी खतरा बढ़ता है। अत्यधिक तनाव के चलते छोटी ग्रंथियों से भारी मात्रा में सफेद रक्त कोशिकाएं निकलकर रक्त और बोन मैरो में प्रवेश करती हैं।