नई दिल्ली. अगर यूं कहा जाए कि मोबाइल फोन के आ जाने से ज्यादातर कामों को करना आसान हो गया है, तो शायद इसमें कोई दो राय न हो। अब देखिए खरीदारी करनी हो, बिजली या पानी का बिल भरना हो, कोई फॉर्म भरना हो, किसी से कॉल पर बात करनी हो, किसी को पैसे भेजने हो आदि। ऐसे ही कई अन्य काम भी एक क्लिक में मोबाइल की मदद से हो जाते हैं, लेकिन इस बाते से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि मोबाइल फोन के जरिए ही जालसाज लोगों को चपत लगाने का भी काम करते हैं। जैसे- एप के जरिए क्योंकि हर किसी के मोबाइल में आपको ढेर सारी एप अलग-अलग कामों के लिए मिल जाएगी। ऐसे में कुछ एप ऐसी होती हैं जो नकली होती हैं और इनके जरिए जालसाज आपका बैंक खाता खाली तक कर देते हैं। तो चलिए जानते हैं उन एप के बारे में, जिनको आपको अपने मोबाइल में इंस्टॉल नहीं करना चाहिए और अगर आपके पास ये पहले से हैं तो इन्हें अनइंस्टॉल कर सकते हैं। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…

जैसे ही लोगों का मोबाइल थोड़ा सा स्लो चलने लगता है। वैसे ही लोग फ्री के एंटी वायरस के जुगाड़ में लग जाते हैं और फिर कोई एप इंस्टॉल कर लेते हैं, जो वायरस खत्म करने का दावा करती है। पर ऐसी एप को इंस्टॉल करने से बचें और अगर मोबाइल में है तो अनइंस्टॉल करना बेहतर विकल्प हो सकता है, क्योंकि ऐसी फर्जी एप लोगों को चपत लगाने का काम कर सकती हैं।

वैसे तो मोबाइल में पहले से फ्लैश लाइट और टॉर्च का विकल्प मौजूद होता है, लेकिन लोग कई तरह की लाइट और नए अनुभव के लिए कई एप को इंस्टॉल कर लेते हैं। पर आप नहीं जानते होंगे कि ये एप आपके पीठ पीछे आपकी पर्सनल जानकारी चुराकर इनका गलत इस्तेमाल कर सकती हैं।

आजकल कई तरह के कीबोर्ड एप मौजूद हैं, लेकिन ऐसी एप जो फर्जी हैं वो आपकी बैंकिंग जानकारी चुराकर आपको चपत लगा सकती है। लोग स्टाइलिश कीबोर्ड और इमोजी के कारण अलग से किसी अनजाने लिंक से कीबोर्ड एप को इंस्टॉल कर लेते हैं, लेकिन ऐसा न करना ही बेहतर विकल्प है।

भूलकर भी किसी क्लीनर एप को मोबाइल में इंस्टॉल न करें, जो कैशे या जंक फाइल को हटाने का दावा करती है। मोबाइल में पहले से मौजूद चीजों का इस्तेमाल करना ही बेहतर विकल्प है। ये एप कई तरह की परमिशन मांगती है और फिर ये आपका डाटा चुराने का काम भी कर सकती है। सरकार की तरफ से भी ऐसी एप पर रोक लगाई गई है।