नई दिल्ली. एक सूखी परिवार कुछ खास मंत्रों को जोड़कर बनता है. वो मंत्र है प्यार, आत्मीयता और अपनेपन. यह तीनों ही चीज किसी खुशी परिवार की एक खास निशानी है. अगर यह तीनों ही चीजें एक परिवार में ना हो तो वह घर नहीं बल्कि एक मकान के नाम में तब्दील हो जाता है. इंसान दिनभर काम कर के शाम में आखिर में अपने परिवार के पास ही जा कर अपने गम और खुशी को शेयर करता है. अच्छा, बुरा, खराब और भी ऐसी कई बातों को परिवार का सदस्य जाकर अपनों को बताता है. इसके बदले उसे सजेशन, सांत्वना, प्यार और डाट नजाने ऐसी कई चीजें जो अपनेपन का एहसास कराती हैं वो चीजे मिलती हैं. यही चीजें उसकी जिंदगी में हमेशा के लिए बरकरार रहें इसके लिए जरूरी है कि आप भी अपनापन दिखाएं और फर्ज निभाएं. तो आइए जानते हैं कि आप किन किन टिप्स को अपना कर अपने परिवार को खुश रख एक हैप्पी फैमिली का उदाहरण पेश कर सकते हैं.
परिवार को आप जितना भी समय दें वो क्वालिटी टाइम हो. क्योंकि आपका परिवार ही आपका सबकुछ है. हम ऐसा नहीं कह रहे कि आप दिनभर कामधाम छोड़कर उनके पास बैठे पर उसका कोई परिणाम ना निकलें. बल्कि वो समय दें जिसमें आप उनके साथ उनकी खुशियों और गमों को सुन सके और उसका कोई हल निकाल सकें.
परिवार को खुश रखने का सबसे अहम मंत्र है उनकी मुसीबत में उनके साथ खड़े रहना ना कि पीछे रहना. जी हां, यह सबसे अहम समय होता है जब एक सही और हैप्पी परिवार की पहचान होती है. इसी समय आप उनका साथ देंगे तो सामने वाले को भी अच्छा लगेगा.
आप किसी को बदल नहीं सकते. जो जैसा है दउसे वैसे ही अपना लें तो यह आपका ही बढ़पन होगा. साथ ही एक जुटता की भी यह निशानी कहलाएगी. अगर आप लोगों को अपने अनुसार ढालना चाहेंगे तो परिवार में सब एक तरह के तो हो नहीं सकते. इसलिए जो जैसा है उसे वैसे ही अपनाएं तो यह एक खुशी परिवार की निशानी होगी.
हैप्पी फैमिली की पहचान ही है एक दूसरे की इज्जत करना. जी हां, एक दूसरे को अगर आप इज्जत नहीं करेंगे तो सदस्यों के बीच कलेश ही होगा ना कि एक जूटता रहेगी. इसलिए परिवार के जो भी सदस्य हैं उन्हें और उकनी भावनाओं का आदर करें.
बड़ी से बड़ी समस्याएं बातों से हल हो जाती हैं. इसलिए परिवार के हर सदस्य से बात करें. यह किसी भी समस्या का हल निकालने का सबसे अहम और आसान तारीका है.