नई दिल्ली. दिल से जुड़ी बीमारियों का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. बड़ी संख्या में युवा हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक और अन्य कार्डियोवैस्कुलर डिजीज की चपेट में आ रहे हैं. यही नहीं, फिट और तंदुरुस्त दिखने वाले कई सेलिब्रिटीज भी हार्ट अटैक की चपेट में आ रहे हैं. अब तक आपने सुना होगा कि ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल और डायबिटीज जैसी कई बीमारियां हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाती हैं, लेकिन इसके अलावा भी कई फैक्टर्स होते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि आपके दांत और मसूड़ों का भी सीधा कनेक्शन हार्ट डिजीज से होता है. ‘वर्ल्ड हार्ट डे’ के मौके पर बता रहे हैं कि कैसे ओरल हेल्थ से हार्ट प्रभावित होता है.
मायोक्लीनिक की रिपोर्ट के अनुसार अब तक कुछ स्टडी में यह बात सामने आ चुकी है कि अगर आपके दांतों और मसूड़ों में कोई परेशानी है तो इसकी वजह से हार्ट डिजीज होने का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है. मसूड़ों की डिजीज पीरियोडोंटाइटिस से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल खराब डेंटल हेल्थ की वजह से हमारी ब्लड स्ट्रीम में बैक्टीरियल इंफेक्शन होने लगता है, जिससे हार्ट के वॉल्व की फंक्शनिंग प्रभावित होने लगती है. इसकी वजह से हार्ट अटैक आ सकता है. जिन लोगों के हार्ट में आर्टिफिशियल वॉल्व लगाए गए हैं, उन्हें अपने दांतो की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए.
जानकारों की मानें तो दांत टूटने से कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा बढ़ता है. यह डिजीज हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार होती है. आसान भाषा में कहें तो अगर आप अपने दांतों और मसूड़ों का अच्छी तरह ख्याल रखेंगे तो हार्ट डिजीज के खतरे को कुछ हद तक कम कर सकते हैं. हालांकि डेंटल हेल्थ और हार्ट डिजीज के कनेक्शन को लेकर वैज्ञानिकों के बीच मतभेद भी हैं. साल 2012 में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने कई रिसर्च को रिव्यू करने के बाद कहा था कि डेंटल हेल्थ और हार्ट डिजीज का सीधा कनेक्शन नहीं माना जा सकता. इस पर और रिसर्च की जरूरत है.
हर किसी को अपने दांतों को साफ रखने के लिए दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए. इस दौरान यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आपका टूथपेस्ट और टूथब्रश अच्छी क्वालिटी का हो. इसके अलावा एंटी कैविटी माउथ वॉश का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. डेंटल हेल्थ को बेहतर रखने के लिए समय-समय पर चेकअप कराना बहुत जरूरी होता है. दांतों को लेकर लापरवाही बरतने से आपकी ओवरऑल हेल्थ प्रभावित होती है.