लैपटॉप में थोड़ी सी भी दिक्कत आ जाती है तो हम पहले तो उसे खुद ठीक करने की कोशिश करते हैं, और फिर भी कुछ प्रोग्रेस नहीं दिखता है तो उसे हम रिपेयर करने के लिए बाहर किसी दुकान पर देते हैं. अगर आप लैपटॉप को बाहर कहीं दे रहे हैं तो तो अपने डेटा का खास ख्याल रखना बहुत ज़रूरी है. आजकल हैकिंग के अलग-अलग तरीके सामने आ रहे हैं, जिससे पर्सनल डेटा पर खतरा बना रहता है. चाहें लैपटॉप हो, फोन हो या कंप्यूटर हर डिवाइस पर हमारा पर्सनल डेटा मौजूद रहता है. इसलिए कभी भी लैपटॉप को बाहर रिपेयरिंग के लिए दे रहे हैं तो उससे पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है.

कभी भी किसी को अपना Login पासवर्ड न बताएं. कई बार आपको टेक्नीशियल आपक से लॉगइन और पासवर्ड मांगते हैं. ऐसे में ये पूछना बहुत ज़रूरी है कि उन्हें पासवर्ड किस चीज़ के लिए चाहिए. अगर फिर भी देना बहुत ज़रूरी लगे तो सबसे पहले अपने माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट को लॉगआउट कर दें, और लोकर अकाउंट लॉगइन बनाएं.

हमेशा लैपटॉप से सेंसिटिव सॉफ्टवेयर Uninstall कर दें. यानी कि उन ऐप या सॉफ्टवेयर को डिलीट कर दें, जिसमें सेटिंग, यूज़र डेटा और हिस्ट्री मौजूद है.

साथ ही फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और बैंक अकाउंट जैसे सोशल मीडिया को लॉगआउट कर दें.

सभी ब्राउज़िग हिस्ट्री को डिलीट कर दें.

रिपेयरिंग के लिए देने से पहले डेटा कैसे प्रोटेक्ट करें?

Step 1-आप क्लाउट स्टोरेज की मदद से क्लाउट स्टोरेज को सिक्योर कर सकते हैं.

Step 2-क्लाउट स्टोरेज में आप वन ड्राइव और गूगल का इस्तेमाल कर सकते हैं. फाइल और प्राइवेट डेटा को गूगल ड्राइव सेफ रखता है.

Step 3-आप इन प्लैटफॉर्म के लिए प्रीमियम ऑप्शन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो कि आपको अडिशनल स्पेस मिलेगी.

Step 4-इसके अलावा एक्सटर्नल HDD या SSD स्टोरेज का इस्तेमाल करके लैपटॉप या कंप्यूटर के डेटा को सेव किया जा सकता है.

Step 5- आखिर में आप ये कर सकते हैं कि अपने सभी प्राइवेट डेटा को पासवर्ड से प्रोटेक्ट रखें.