मेरठ। मेरठ में एक थप्पड़ के बदले में सहपाठी ने छात्र नितिन की जान ले ली। आरोपी ने पुलिस को बताया कि एक महीने से नितिन से झगड़ा चल रहा था। उसने दस दिन पहले क्लास रूम में सीट पर बैठने को लेकर मुझे थप्पड़ मारा था। तभी से कसम खाई थी कि नितिन को जिंदा नहीं छोडे़गा। छोटी उम्र में ऐसी खौफनाक प्लानिंग सुनकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए।

आरोपी कक्षा नौवीं का छात्र है। उसने पांच हजार रुपये में गांव के एक युवक से तमंचा खरीदा। पुलिस ने बताया कि दस दिन पहले कॉलेज में आरोपी किशोर और नितिन का झगड़ा हुआ था जिसमें नितिन ने आरोपी किशोर की पिटाई कर दी थी। तभी किशोर धमकी देकर गया था कि वह उसको जिंदा नहीं छोड़ेगा।


यह बात नितिन तो भूल गया, लेकिन किशोर दस दिन पहले लगे थप्पड़ को नहीं भूला। इससे पहले भी एक महीने से दोनों के बीच कभी क्लास रूम में सीट पर बैठने तो कभी परीक्षा के दौरान नकल करने को लेकर विवाद चला आ रहा था। थप्पड़ लगने के बाद आरोपी ने नितिन की हत्या की प्लानिंग बना ली थी। हत्या करके उसको कहां पर भागना है, यह भी प्लान में शामिल था।


बुधवार को नितिन परीक्षा का परिणाम लेने के लिए कॉलेज में आएगा, इसकी जानकारी आरोपी को थी। आरोपी किशोर तमंचा लेकर कॉलेज में आया। जैसे ही नितिन रिजल्ट लेकर कॉलेज से बाहर निकला, तभी आरोपी किशोर ने गाली-गलौज देकर उसको गोली मार दी। चर्चा थी कि एक छात्रा को लेकर दोनों छात्रों के बीच विवाद था। लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी के बाद विवाद का कारण स्पष्ट हो गया। दोनों छात्रों में वर्चस्व को लेकर विवाद था।

जान बचाने के लिए कॉलेज में भागा था नितिन 
पुलिस के मुताबिक आरोपी किशोर ने गोली मारी तो नितिन दौड़कर कॉलेज में घुस गया। गोली उसके पेट में लगी थी जिसके चलते खून भी काफी बह गया। इससे पहले शिक्षक और कर्मचारी उसको लेकर अस्पताल पहुंचे कि बहुत देर हो गई। नितिन की मौत के बाद उसके सहपाठियों ने बताया कि आरोपी किशोर उसकी हत्या करने की बात दस दिन पहले कॉलेज में कहकर गया था। लेकिन किसी को आभास नहीं था कि आरोपी किशोर इतना बड़ी घटना को अंजाम दे देगा।