मेरठ. कोरोना काल में तीन बहनों के माता-पिता की मृत्यु हो गई थी। किशोरी अपनी दादी के साथ रहने लगी। इसी बीच किशोरी के खाते में सरकार की ओर से भेजे गए अनुदान के रुपये आ गए। किशोरी के मामा और मौसी उन्हें अपने साथ ले गए। आरोप है कि उन्होंने जालसाजी करके दस लाख रुपये हड़प लिए।

किशोरी ने एसएसपी कार्यालय में शिकायत पत्र दिया है। मवाना थाना क्षेत्र के मोहल्ला काबली गेट में रहने वाली पलक ने बताया कि एक साल पहले कोरोना वायरस की चपेट में आकर उनके पिता यतेंद्र चौहान व मां की मृत्यु हो गई थी। किशोरी अपनी दादी बीरो देवी के पास रहकर पढ़ाई करने लगी। तभी सरकार द्वारा भेजे गए अनुदान के 30 लाख रुपये तीनों बहनों के खातों में ट्रांसफर कर दिए गए। आरोप है कि इसका पता चलते ही मामा व मौसी तीनों बहनों को बहला-फुसलाकर अपने साथ लेकर चले गए।

उन्होंने जालसाजी करके उनके खाते से करीब तीन से चार बार में दस लाख रुपये निकाल लिए। इसका पता चलते ही बीरो देवी पोती को साथ लेकर आ गई। गुरुवार को किशोरी मामा व मौसी के खिलाफ शिकायत पत्र लेकर एसएसपी आफिस पहुंची। शिकायत सुन रहे एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने संबंधित थाना प्रभारी को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।