मेरठ। सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर दो युवकों से साढ़े छह लाख रुपये की ठगी कर ली गई। ठगाें ने युवकों का पश्चिम बंगाल में फर्जी मेडिकल कराया और नियुक्तिपत्र भी फर्जी दे दिए। ठगी का खुलासा होने पर आरोपियों ने मारपीट करते हुए जान से मारने की भी धमकी दी। पीड़ितों ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कमालपुर गांव निवासी अश्वनी कुमार ने शिकायत में बताया कि कुआखेड़ा गांव के रहने वाले व्यक्ति का उनके घर पर आना-जाना था। मई 2019 में वह दो साथियों के साथ घर पर आया। उसने साथियों के बारे में बताया कि वे उसके रिश्तेदार हैं और सरकारी विभागों में उनकी अच्छी जान-पहचान है। ये वन विभाग और सेना में काफी युवकों की नौकरी लगवा चुके हैं।
आरोपियों ने अश्वनी और उसके पड़ोसी आशीष की नौकरी लगाने की बात तय कर ली और इसकी एवज में रकम मांगी गई। अश्वनी और आशीष के पिता ने उन्हें दो-दो लाख रुपये दे दिए। 27 मई 2019 को आरोपी अश्वनी और आशीष को लेकर पश्चिम बंगाल पहुंचे। वहां एक अस्पताल में मेडिकल कराया। कुछ दिन बाद आरोपियों का फोन आया, जिन्होंने कहा कि तुम्हारे लड़कों की नौकरी लग गई है और आठ दिन बाद नियुक्तिपत्र मिल जाएगा। बाकी रकम का बंदोबस्त कर लो। कुल मिलाकर पीड़ितों ने उन्हें छह लाख 45 हजार रुपये दे दिए। दो जुलाई 2019 को आरोपियों ने घर पर आकर फर्जी नियुक्ति पत्र दिया और कहा कि तुम्हारी नियुक्ति सेना के इंजीनियरिंग विभाग मेरठ में हुई है। चार जुलाई को वहां ज्वाइन कर लेना।
चार जुलाई को अश्वनी और आशीष ज्वाइन करने के लिए सेना की इंजीनियरिंग ब्रांच में पहुंचे। वहां पहुंचने पर पता चला कि उनके नियुक्तिपत्र फर्जी है और उनके साथ ठगी हुई है। इस पर पीड़ितों ने आरोपियों ने रुपये वापस मांगे। दबाव डालने पर आरोपियों ने 25-25 हजार रुपये खातों में भेज दिए लेकिन बाकी रकम नहीं लौटा रहे।