मेरठ. पति को छोड़ दो बच्चों को लेकर एक महिला प्रेमी के साथ फरार हो गई। महिला प्रेमी के खर्चे पूरे करने के लिए अपने दोनों बच्चों से भीख मंगवाने का काम करती थी। मां की करतूतों से परेशान होकर दोनों बच्चे हापुड़ से आठ किलोमीटर का पैदल सफर तय करके खरखौदा थाना पहुंचे। पुलिस ने बच्चों की इच्छा पर उन्हें मेरठ सिटी स्टेशन पर पिता के पास पहुंचाया। बच्चों को देखकर पिता की आंखों में आंसू आ गए।

मंगलवार अपराहन एक बजे दो बच्चे थाने पहुंचे। हेल्प डेस्क पर तैनात दारोगा फरीद अहमद से दोनों बच्चों ने मदद की गुहार लगाई। दोनों बच्चों की उम्र पांच और छः वर्ष थी। बच्चों ने आपबीती बताते हुए कहा कि उनके पिता सिटी स्टेशन पर टेंपो चलाते हैं। पिता को छोड़कर मां हापुड़ में एक युवक के साथ रहती है। युवक के खर्चे पूरे कराने के लिए उनकी मां उन से भीख मंगवाने का काम करती है। मां की करतूतों से त्रस्त आकर मंगलवार को दोनों भाई मेरठ की तरफ पैदल चल दिए। थाने पहुंचकर दोनों बच्चों ने हेल्प डेस्क पर तैनात दारोगा फरीद अहमद से गुहार लगाई।

दारोगा ने बच्चों की मदद करते हुए होमगार्ड विनोद शर्मा को उनके पिता के पास पहुंचाने के निर्देश दिए। होमगार्ड विनोद शर्मा दोनों बच्चों को लेकर सिटी स्टेशन पहुंचे। दोनों बच्चों को पिता को सुपुर्द कर दिया।

दोनों बच्चों को देखते ही पिता की आंखों में आंसू आ गए। पिता और दोनों बच्चे आपस में गले मिलकर रोने लगे। थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार दुबे का कहना है कि बच्चों को पिता के सुपुर्द कर दिया गया है।