मेरठ। जन सेवा केंद्र संचालक दीन मोहम्मद की हत्याकांड का आरोपित पच्चीस हजार का इनामी हैदर वकील का लिबास पहनकर कोर्ट में सरेंडर कर गया, जबकि पुलिस कचहरी के सभी गेट पर हैदर के आने की इंतजार करती रही। कोर्ट में सरेंडर के बाद पुलिस ने हैदर के बयान दर्ज किए। उसने बताया कि लिपिक जावेद ने उसे मु्र्गें की बिरयानी खिलाने का झांसा देकर घर से लाया था। उसके बाद दीन मोहम्मद को कचहरी से अगवा कर भावनपुर के जंगल में मौत के घाट उतार दिया।
मूलरूप से छिलोरा गांव निवासी दीन मोहम्मद पुत्र भूरेदीन नौचंदी के करीम नगर में ताऊ बाबूदीन के पास रहता था। जन सेवा केंद्र संचालित करने वाला दीन मोहम्मद 27 जून की शाम कचहरी से अगवा कर भावनपुर थाना क्षेत्र के सियाल पुल के समीप हत्या कर दी थी। सीसीटीवी में सामने आया था कि जिस टीवीयू में सवार होकर दीन मोहम्मद गया था। वह सरधरना के हरलालपुर निवासी कुंवर जावेद अली की थी। जावेद अली समाजकल्याण विभाग में बाबू हैं।
इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि जावेद ने अपने अधिवक्ता भाई साजिद अली के साथ मिलकर शूटर हैदर निवासी घोसियान सरधना से हत्या कराई है। जावेद को पुलिस ने जेल भेज दिया था, जबकि अधिवक्ता साजिद और हैदर पर 25-25 हजार का इनाम घोषित कर दिया। उसके बाद भी दोनों फरार चल रहे थे। शनिवार को नौचंदी पुलिस को सूचना मिली कि हैदर लाल टीशर्ट पहनकर कोर्ट में सरेंडर करने जा रहा है।
नौचंदी पुलिस की टीम ने कचहरी के सभी गेट पर हैदर की घेराबंदी की। पुलिस को चकमा देकर हैदर वकील के कपड़े पहनकर कोर्ट में सरेंडर कर गया। उसके सरेंडर होने के बाद पुलिस को जानकारी मिली। उसके बाद इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने हैदर के कोर्ट में बयान दर्ज किए। हैदर ने बताया कि मुर्गे की बिरयानी खिलाकर जावेद ने दीन मोहम्मद की हत्या करा ली। इस हत्याकांड में उसे कोई सुपारी नहीं दी गई है। दूसरे आरोपित साजिद की धरपकड़ को टीम लगा दी गई है।