मेरठ. आखिर पुलिस की सख्ती के बाद रालोद विधायक गुलाम मोहम्मद व उसके परिजनों को बैकफुट पर आना पड़ा। देहली गेट पुलिस ने विधायक पुत्र सारिक को थाने बुलाया और खूब गरियाया। पुलिस ने दो टूक कह दिया कि जमीलुद्दीन ही प्रधानाचार्य बने रहेंगे। पुलिस के इस कड़े रुख के बाद विधायक व उनके परिजनों को करारा झटका लगा हैं।

यही नहीं, पुलिस के सामने विधायक पुत्र को अपमान का घूंट भी पीना पड़ा। फैज-ए-आम इंटर कालेज में प्रधानाचार्य के पद को लेकर चले आ रहे विवाद में देहली गेट पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाकर, फिर हड़काया और कहा कि जब तक कोर्ट का निर्णय नहीं आ जाता है, तब तक जमीलुद्दीन ही प्रधानाचार्य बने रहेंगे। अगर किसी भी पक्ष ने शांति भंग करने की कोशिश की तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

फैज-ए-आम इंटर कालेज में शिक्षा विभाग और कालेज मैनेजमेंट के बीच प्रधानाचार्य की कुर्सी विवाद का विषय बनती जा रही है। दोनों पक्षों के बीच बढ़ते तनाव को देख पुलिस ने रालोद विधायक गुलाम मोहम्मद के बेटे सारिक समेत 16 लोगों को मुचलका पाबंद कर दिया था। कालेज में एक पक्ष जमीलुद्दीन तो दूसरा पक्ष तैय्यब अली को प्रधानाचार्य बनाने के लिए दबाव बना रहा हैं।

इस कारण कालेज में कई बार तनावपूर्ण माहौल बन चुका हैं। शनिवार को पुलिस ने एक पक्ष की तरफ से सिवालखास विधायक गुलाम मोहम्मद के बेटे मोहम्मद सारिक निवासी कैंपस फैज-ए-आम इंटर कालेज एवं जुल्फिकार अली निवासी सराय लाल दास, युसूफ अली निवासी सेक्टर-12 शास्त्रीनगर, शाहिद अली, जाहिद हसन निवासी माधवपुरम, आरिफ अली, मोहम्मद कासिस निवासी कैंपस फैज-ए-आम इंटर कालेज, इब्राहिम अली निवासी अफजलपुर पावटी और लुकमान खान निवासी सेक्टर-12 शास्त्रीनगर पर शांतिभंग की कार्रवाई की है।

वहीं, दूसरी ओर तैय्यब अली पुत्र अली हसन निवासी माधवपुरम, अजहर पुत्र यासीन निवासी जैदीफार्म, इस्लामुद्दीन निवासी प्यारेलाल अस्पताल के सामने, शकील खान निवासी खैरनगर, तारिक कमाल, जावेद चौधरी और इनाम इलाही निवासीगण कैंपस फैज-ए-आम इंटर कालेज की मुचलका पाबंद की कार्रवाई की है।

रविवार को इंस्पेक्टर देहलीगेट ऋषिपाल सिंह ने दोनों पक्षों को थाने में बातचीत के लिये बुलाया और कहा कि डीआईओएस ने जब जमीलुद्दीन को प्रधानाचार्य बनाया है, ऐसे में वहीं काम करेंगे। अगर किसी भी पक्ष ने शांतिभंग की तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।