लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुए दो दलित बहनों के हत्याकांड में लड़कियों के पिता ने आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की है. दूसरी ओर परिजनों ने कहा है कि बेटियों का अंतिम संस्कार तब करेंगे जब एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी मिलेगी.
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जनपद के निघासन कोतवाली क्षेत्र में 14 सितंबर को दो सगी बहनों की लाश पेड़ पर लटकी मिलीं थीं. पुलिस ने इस मामले में 24 घंटे के अंदर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों ने जुर्म स्वीकार कर लिया है. इस हत्याकांड के आरोपी जुनैद, सोहैल, छोटू, हाफिजुल, आरिफ और करीमुद्दीन हैं. इनमें से सोहैल और जुनैद ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पहले लड़कियों को फुसलाया और फिर खेत में ले गए. यहां उन्होंने लड़कियों के विरोध करने के बावजूद उनसे शारीरिक संबंध बनाए. इसके बाद जब लड़कियां आरोपियों पर शादी का दबाव बनाने लगीं तो उन्होंने उनकी गला दबाकर हत्या कर दी गई. उसके बाद दोनों के शव को पेड़ से लटकाकर आत्महत्या दिखाने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि छोटू नाम का आरोपी लड़कियों के पड़ोस में रहता है. उसी ने बाकी दोस्तों से इन लड़कियों की दोस्ती कराई थी.
वहीं दोनों दलित बहनों की रेप के बाद हत्या की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है. इसमें भी स्पष्ट है कि आरोपियों ने रेप के बाद दोनों का गला दबाकर मार दिया और उसके बाद पेड़ पर लटकाया. दूसरी ओर पोस्टमॉर्टम के बाद जब दोनों बहनों के शव निघासन कोतवाली के तमोली पुरवा गांव पहुंचे तो वहां कोहराम मच गया. पूरे इलाके में मातम छाया हुआ है और लोग आक्रोश में हैं.
लखीमपुर खीरी कांड के खुलासे के बाद उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि घटना के बाद से ही सरकार की नजर बनी हुई थी. सभी आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. इन आरोपियों के खिलाफ सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी कि इनकी आने वाली सात पुश्तें भी याद रखेगी.