नई दिल्ली. 5जी सर्विस भारत में लॉन्च हो गई है. एयरटेल और रिलायंस जियो ने चुनिंदा शहरों में अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं, और उम्मीद है कि 2024 तक ये सभी तक पहुंच जाएगा. 5G लॉन्च होने के बाद जालसाज भी काफी एक्टिव हो गए हैं, और लोगों को 5जी के नाम पर झांसे में ले रहे हैं. कई राज्यों की पुलिस ने 5जी घोटाले का अलर्ट जारी किया है और स्मार्टफोन यूजर्स को 5जी से जुड़े स्कैम की चेतावनी दी है. इसलिए ये जानना बहुत ज़रूरी है कि आपको फोन में 5जी नेटवर्क कैसे मिलेगा, और किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है, जिससे कि हैकर्स आपको निशाना न बना सकें.
आप अपने स्मार्टफोन में कंपनी या दूरसंचार सेवा प्रदाता द्वारा जारी किए गए ओवर-द-एयर अपडेट के माध्यम से 5G पा कर सकते हैं. कुछ फोन को 5G एनेबल करने के लिए सेटिंग सेक्शन में बदलाव की आवश्यकता हो सकती है. iPhone बनाने वाली कंपनी Apple ने कहा है कि दिसंबर में iPhone यूज़र्स के लिए एक सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए 5G को इनेबल कर दिया जाएगा. वहीं सैमसंग, गूगल जैसी कंपनियों का भी यही कहना है.
फोन में 5जी चलाने के लिए स्मार्टफोन यूज़र्स को नए सिम की ज़रूरत नहीं होगा. एयरटेल और रिलायंस जियो ने कहा है कि उनके 4जी SIM, 5G एनेबल्ड हैं. इसलिए 4जी से 5जी में अपग्रेड करने के लिए अगर कोई मैसेज या फिर ईमेल आता है तो उसपर भरोसा न करें.
फोन में 5जी नेटवर्क चलाने के लिए आपको टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर द्वारा पुश नोटिफिकेशन मिलेगा. लेकिन ध्यान रहे कि ये पुश नोटिफिकेशन किसी तरह के टेक्स्ट मैसेज, वॉट्सऐप या ईमेल द्वारा नहीं आएगा. ये आपको ऑफिशियल ऐप के ज़रिए उपलब्ध कराया जा सकता है.
5G के लिए यूज़र्स को अलग से पेमेंट करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. रिलायंस जियो और एयरटेल न कहा है कि ग्राहकों को मौजूदा प्लान की कीमत में ही 5जी सर्विस मिल जाएगी.
स्कैमर्स लोगों को SMS, वॉट्सऐप के ज़रिए लिंक भेजकर 4जी से 5जी में अपडेट करने का वादा कर रहे हैं. एयरेटल और जियो दोनों ही कंपनियां ग्राहकों को अलर्ट भेज रही हैं कि ऐसी किसी भी मैसेज के झांसे में न आएं, क्योंकि जालसाज लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं.