गाज़ियाबाद। न्यू अजंता पार्क स्थित वार्ड 13 निवासी अधिवक्ता जितेंद्र कुमार और उनकी पत्नी सविता से जालसाजों ने निवेश के नाम पर 22 लाख रुपये की ठगी कर ली। कंपनी और फिल्म प्रोजेक्ट में निवेश करने पर तीन महीने में 30 प्रतिशत लाभ और नौ वर्ष तक प्रति वर्ष एक लाख रुपये तक की रॉयल्टी मिलने का झांसा दिया। कंपनी के निदेशकों की ओर से दिए गए पोस्ट डेटेड चेक (पीडीसी) भी बैंक में बाउंस हो गए। इस पर अधिवक्ता ने आरोपियों से रकम वापस मांगी तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दे डाली। खोड़ा पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जितेंद्र कुमार दिल्ली हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके जानकार संतोष गुरुनाथ राठौड़ और राज लक्ष्मी, नीतू गुप्ता और अन्य ने उनसे संपर्क किया था। राज लक्ष्मी ने खुद को टीम आईपीआईजी प्रालि. कंपनी का निदेशक बताया। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी निवेश करने वालों को 5%-10% तक रिटर्न देती है। साथ ही यह भी बताया कि उनकी कंपनी एक बॉलीवुड फिल्म बना रही है।
इसमें 5 लाख रुपये निवेश करने पर महज तीन महीने में 30 प्रतिशत के साथ 8 लाख रुपये रिटर्न मिलेंगे और आगामी नौ साल तक प्रत्येक वर्ष एक लाख रुपये रॉयल्टी मिलेगी। जालसाजों की बात पर भरोसा करके अधिवक्ता और उनकी पत्नी ने लोन लिया और 10 लाख रुपये उनके प्रोजेक्ट में निवेश कर दिए। इसके बाद कुछ समय बाद पांच लाख रुपये फिर निवेश किए। निवेश और मुनाफे के नाम पर जालसाजों ने सितंबर 2023 से अक्तूबर 2024 के बीच 22 लाख रुपये हड़प लिए।
काफी समय तक जब मुनाफा और रकम नहीं मिले तब अधिवक्ता ने कंपनी की जानकारी निकाली। आरोपियों की बताई जगह पर कोई कार्यालय नहीं था। कुछ दिन बाद आरोपी संतोष गुरुनाथ राठौड़ और नीतू गुप्ता उनके घर पहुंचे और चेक बाउंस का मुकदमा वापस न लेने और रुपये मांगने पर मारने की धमकी दे डाली। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।