उत्तर प्रदेश के शामली में कई माह पूर्व एक युवक की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि उनके आने से पूर्व ही उनके भाई के शव को दफना दिया गया था। पीड़ित परिजनों ने मृतक की पत्नी व उसके प्रेमी पर अपने भाई की हत्या के आरोप लगाते हुए न्यायालय की शरण ली थी। शनिवार को डीएम के आदेश पर एसडीएम सदर और सीओ कैराना ने भारी पुलिस बल के साथ कस्बा एलम पहुंचकर मृतक के शव को कब्र से निकालकर पीएम के लिए भिजवाया।

जानकारी के अनुसार कस्बा एलम निवासी सादिक ने एक माह पूर्व न्यायालय की शरण लेते हुए बताया था कि उसका भाई साजिद उसके साथ में मध्यप्रदेश में वेल्डिंग का कार्य करता था। नौ जुलाई 2021 को साजिद मध्यप्रदेश से एलम में घर पहुंचा था। इसी दिन शाम को उसे सूचना मिली थी कि बीमारी के चलते साजिद की मौत हो गई। लेकिन, उसके गांव में आने से पहले ही शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया था।

आरोप है कि साजिद की पत्नी के अनैतिक संबंधों के चलते उसके भाई की हत्या की गई है। प्रेमी गांव हिलवाड़ी थाना बड़ौत जनपद बागपत का रहने वाला बताया गया है। पीड़ित ने यह भी बताया है कि उसे एक वीडियो प्राप्त हुई है, जिसमें उसके भाई के शरीर पर चोटों के निशान नजर आ रहे हैं। इसके अलावा एक ऑडियो में उसके भाई व भाभी के बीच अनैतिक संबंधों को लेकर बहस भी हो रही है।

न्यायालय ने कांधला थाना को उक्त मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। पीड़ित परिवार ने डीएम जसजीत कौर को भी शिकायती पत्र देकर अपने भाई की कब्र से भाई का शव निकलवा कर पोस्टमार्टम कराने की भी मांग की थी।

शनिवार को जिला अधिकारी जगजीत कौर के आदेश पर एसडीएम शामली बृजेश सिंह व सीओ कैराना जितेंद्र तोमर भारी पुलिस बल के साथ कस्बा एलम के कब्रिस्तान पहुंचे, जहां पर उन्होंने शव को कब्र से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सीओ कैराना जितेंद्र तोमर ने बताया कि शव को कब्र से निकालकर पीएम के लिए भेजा गया है। जिससे उसकी मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके।