आगरा। आगरा में फर्जी आधार कार्ड, पैनकार्ड के सहारे सहारनपुर की आईसीआईसीआई बैंक से 4.60 कराेड़ रुपये का लोन लेने और उसे हड़पने का मास्टरमाइंड अरुण पाराशर सेवानिवृत्त दरोगा का बेटा है। वह ठगी की रकम से करोड़ों की संपत्ति बना चुका है। उसके साथियों ने भी मकान, दुकान और गाड़ी खरीद ली है। एसटीएफ गिरोह में शामिल अन्य के बारे में भी पता कर रही है।

नोएडा एसटीएफ और सहारनपुर पुलिस ने शनिवार रात को नगला अजीता निवासी अरुण पाराशर, कृष्णा कॉलोनी निवासी शुभम तिवारी और ककरैठा निवासी अभिषेक शर्मा को गिरफ्तार किया था। उन्हें सहारनपुर पुलिस के हवाले किया गया। उन पर आरोप है कि सहारनपुर में बैंक से फर्जी दस्तावेजों की मदद से 4.60 करोड़ का लोन लेकर हड़प लिया गया।

पुलिस ने आरोपी अरुण पाराशर से पूछताछ की। पता चला कि वह पूर्व में भी पकड़ा गया था। उसके पिता शिवनाथ पाराशर पुलिस में दरोगा थे। सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इस कारण ही अरुण रुतबा बनाकर रखता है। अपनी गाड़ी में दरोगा की कैप को डैशबोर्ड पर रखता है, जिससे पुलिस चेकिंग में न रोक सके। अन्य लोग भी उससे डर जाएं।

स्कूटी और बुलेट बाइक पर नंबर नहीं डलवाए थे। इन पर पुलिस का निशान लगाकर रखता है। घर में भी निर्माण कार्य कराया था। वह दोस्तों के साथ रोजाना पार्टी करने भी जाता है। चंद दिनों में उसके अमीर होने से क्षेत्र के लोग भी सकते में थे। अब लोग एसटीएफ को जानकारी दे रहे हैं।

थाना हरीपर्वत पुलिस ने अरुण पाराशर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वह जेल से छूट आया। उसके खिलाफ और भी मुकदमों की जानकारी पुलिस को मिली है। इसका रिकॉर्ड निकाला जा रहा है। शहर में फर्जी दस्तावेज से लोन लेने वाले कई गैंग पकड़े जा चुके हैं। पूर्व में थाना हरीपर्वत में कई मुकदमे भी दर्ज हुए हैं।