नई दिल्ली. अच्छा पोषण हर किसी के लिए आवश्यक है, लेकिन आजकल के युवाओं के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है. आजकल व्यस्त दिनचर्या और सुस्त जीवनशैली के कारण कई तरह की लाइफस्टाइल डिजीज जैसे मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय रोग, एक्स सिंड्रोम (मानसिक समस्याएं) में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. अक्सर, कम उम्र में युवा ज्यादा स्वतंत्र हो जाते हैं और खानपान के मामले में अपनी खुद की पसंद चुनने लगते हैं. विशेषकर, जब वे अपने दोस्तों के साथ बाहर घूमने जाते हैं, उस समय जंक फूड अधिक खाते हैं, जिनमें कैलोरी और फैट्स की मात्रा अधिक होती है. ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त पोषण के खाद्य विकल्पों का चुनाव सोच-समझ कर करना आवश्यक है.
फोर्टिस हॉस्पिटल (कल्याण, मुंबई) की क्लिनिकल डाइटिशियन श्वेता महाडिक कहती हैं कि आज के युवक-युवतियां और किशोर हर दिन जंक फूड और कार्बन युक्त पेय पदार्थों का सेवन करते हैं. युवा वर्ग कम कैलोरी युक्त आहार, चर्बी-मुक्त आहार, क्रैश डाइट (वजन कम करने वाली न्यून कैलोरी युक्त आहार) और उच्च प्रोटीन युक्त आहार से भी प्रभावित है, लेकिन ये सारे आहार उचित नहीं हैं, क्योंकि उनमें किसी-न-किसी पोषक तत्व की कमी होती है, जो स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।
डॉ. श्वेता कहती हैं, पेरेंट्स यह नहीं समझते कि इससे उनके बच्चों का भावी जीवन दुष्प्रभावित होना आरम्भ हो चुका होता है. बच्चों को दी गई यह सुविधा बदले में उनकी सेहत प्रभावित होती है, जिसका नतीजा अक्सर वजन बढ़ने, कब्ज, थकान, एकाग्रता में कमी, कमजोर याददाश्त, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और डायबिटीज के रूप में सामने आता है.
कम उम्र में स्वस्थ जीवनशैली की शुरुआत है ज़रूरी
कम उम्र में ही एक स्वस्थ जीवनशैली की शुरुआत आवश्यक होती है, क्योंकि इससे आपका बाकी जीवन प्रभावित हो सकता है. बच्चों में आहार संबंधी अच्छी आदतों का विकास करना, उन्हें बचपन से ही शारीरिक रूप से सक्रिय बनाना पेरेंट्स का उत्तरदायित्व है. पेरेंट्स को चाहिए कि वे अपने बच्चों को घर के बाहर सही चीजें खाने के बारे में शिक्षित करें और उनकी ज़रूरत के अनुसार ही सीमित पॉकेट मनी दिया करें.
हेल्दी खानपान के लिए यहां दी गई सलाह को करें फॉलो
– हेल्दी गुणों वाले पर्याप्त खाद्य पदार्थ और पर्याप्त पोषण पाने के लिए स्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों का चुनाव करें.
– साबुत अनाज और दालों को डाइट में शामिल करें, क्योंकि इनसे ऊर्जा मिलती है. ये फाइबर तथा विटमिन बी के शानदार स्रोत हैं.
– साबुत फलों और सब्जियों का प्रचुर मात्राम में सेवन करें, क्योंकि इनमें मौजूद ऐंटीऑक्सीडेंट्स आपकी इम्यूनिटी बढ़ाता है और फाइबर कब्ज को दूर करता है.
– मलाई रहित दूध और कम फैट वाले दुग्ध-उत्पादों का सेवन करें, क्योंकि ये प्रोटीन और कैल्शियम के उत्तम स्रोत हैं, जिनसे हमारी अस्थियां और मांसपेशियां स्वस्थ बनी रहती हैं.
– मांस और मांस से बने उत्पादों को सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए, क्योंकि इनमें फैट की मात्रा अधिक होती है.
– चीनी और मिठाइयों को खाने में संयम बरतना चाहिए, क्योंकि इनसे केवल कैलोरी मिलती है.
– सीमित मात्रा में फैट्स, तेल और नट्स (बादाम आदि) का सेवन करना चाहिए, क्योंकि इनमें कैलोरी ज्यादा होती है, लेकिन ये फैट घुलनशील विटामिन्स प्रदान करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बढ़िया होते हैं.
– भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ लें ताकि आपके शरीर में पानी का संतुलन बना रहे और कब्ज दूर हो सके.