जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर में पिछले कुछ वर्षों में दोपहिया वाहनों और कारों की खरीद में इजाफा देखा गया है. सेकेंड हैंड वाहनों की बिक्री में भी बढ़ोतरी हुई है. बताया जा रहा कि कारों की संख्या करीब तीन गुना बढ़ चुकी है. कोरोना महामारी में लॉकडाउन के कारण उपजी मंदी से कारों की बिक्री पर थोड़ा असर जरूर पढ़ा था लेकिन वाहनों की खरीद को लेकर लोगों का रुझान कम नहीं हुआ है. 2022 के इन शुरुआती छह महीनों में आठ हजार कारों की बिक्री हो चुकी हैं.

बताया जा रहा है नए मॉडल के साथ आधुनिक तकनीक से भरपूर आराम पसंद तेज रफ्तार कारों की श्रृंखला भी बढ़ती जा रही है. सेकेंड हैंड कारों की भी बाजार में मांग देखी जा रही है.

2007 से लेकर 2021 तक बाइक और कारों की इतनी हुई बिक्री

वर्ष दुपहिया कारें
2007-08 28616 3377
2008-09 28848 3976
2009-10 31402 4349
2010-11 40219 6667
2011-12 51228 9327
2012-13 60171 6923
2013-14 43863 7108
2014-15 55579 7678
2015-16 56912 8210
2016-17 57797 9002
2017-18 53180 10082
2018-19 52150 9450
2019-20 57116 8913
2020-21 32011 8701

वाहनों की बिक्री में इजाफो लेकर बदलते में समय में इसकी बढ़ती जरूरत को वजह बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि लोगों की जीवन शैली (Lifestyle) बदल रही है. कार को स्टेटस सिंबल (Status Symbol) के तौर पर भी देखा जाता है जिससे हर कोई इसे रखना चाह रहा है. परिवार के यात्रा करने के लिए लोग कार को पसंद करते हैं ताकि सफर आनंदमयी रहे. लंबी दूरी की यात्रा पर जाना हो या कम दूरी पर, लोग अपनी कार से जाना सुविधाजनक मान रहे हैं.

यह भी कहा जा रहा है कि कारों की बढ़ती खरीदारी से यातायात भी प्रभाव पड़ रहा है. महानगरों में वाहनों की संख्या ज्यादा होने से सड़कों पर वे रेंगते नजर आते हैं और इससे जाम तो लगता ही है, साथ ही प्रदूषण भी बढ़ रहा है, इसलिए समय-समय पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की मांग उठती रहती है.