ग्रेटर नोएडा. ग्रेटर नोएडा के आईटी सेल में पोस्टेड एक इंस्पेक्टर ने आत्महत्या का प्रयास किया है. इंस्पेक्टर ने घरेलू कलह से तंग आकर एक सुसाइड नोट लिखा और उसको सोशल मीडिया पर डाल दिया. उन्होंने उसे अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लगा दिया था. यह सुसाइड नोट इंस्पेक्टर के जान पहचान वाले एक शख्स ने देखा और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दे दी. सूचना मिलते हो पुलिस सजग हो गई और बीटा-2 थाने की पुलिस ने इंस्पेक्टर कि जान बचा ली.

पुलिस इंस्पेक्टर का सुसाइड नोट मिलने के बाद बीटा-2 थाना प्रभारी अनिल कुमार ने मौके पर पहुंच कर इंस्पेक्टर कि जान बचा ली थी. बीटा-2 थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल इंस्पेक्टर ध्रूव भूषण दूबे ग्रेटर नोएडा के आईटी सेल में पोस्टेड हैं. अपने परिवार के साथ ग्रेटर नोएडा के डेल्टा-3 में रहते हैं. घरेलू कलह से तंग आ कर उन्होंने 21 जून कि शाम एक सुसाइड नोट लिखा था और उसे अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लगा दिया था.

b लेकिन उनके किसी परिचित ने वो स्टेटस देखा और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दे दी थी. इसके बाद पुलिस ने इंस्पेक्टर के नंबर को सर्विलांस पर लगाया और मौके पर पहुंच गई. इसके बाद उन्हें समझा बुझा कर दोस्तों के साथ भेज दिया. वहीं थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर ध्रुव कि ओर से इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है. वो फिलहाल काफी परेशान थे, इसलिए पुलिस ने भी उनसे ज्यादा सवाल जवाब नहीं किए.

बता दें इंस्पेक्टर ने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी का जिक्र किया था. उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल पक्ष के लोगों पर आरोप लगाए कि उन्हें वो सब मिल कर प्रताड़ित कर रहे हैं. सुसाइड नोट के शुरुआत में उन्होंने अपनी पत्नी के लिय लिखा कि तुमको मकान, जमीन, पैसा मुबारक हो. उन्होंने अपनी आत्महत्या कि वजह भी ससुराल वालों को बताया.

इसके अलावा अपनी सारी संपत्ति का मालिकाना हक अपनी बेटियों के नाम करने कि बात भी लिखी थी. हालांकि पुलिस ने इंस्पेक्टर कि जान बचा ली. लेकिन सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि उनका अंतिम संस्कार उनकी बेटियां करें और पत्नी को उनके शव को हाथ न लगाने दिया जाए.