मेरठ। मेरठ में टीपीनगर स्थित मलियाना में जसवंत शुगर मिल के पास मंगलवार सुबह 11:00 बजे उत्तराखंड में तैनात दरोगा सुमित कुमार की पत्नी पारूल ने पहले डेढ़ साल की बेटी और फिर खुद की नस काट ली। बच्ची की चीख सुनकर परिवार के लोग दौड़े और दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला मायके में रहती है। उसने तनाव के चलते बेटी की हत्या और फिर खुदकुशी का प्रयास किया। मां-बेटी के दोनों हाथों की नस ब्लेड से कट गई है। दोनों आईसीयू में भर्ती हैं। टीपीनगर पुलिस ने घटना की जानकारी लेकर जांच शुरू कर दी।
मलियाना निवासी राजेंद्र कुमार बहुगुणा की टीपी नगर में स्पेयर पार्ट्स की वर्कशाप है। उनकी बेटी पारुल की शादी करीब ढाई साल पहले कोटद्वार निवासी सुमित के साथ हुई थी। सुमित उत्तराखंड स्थित जोशीमठ में एक थाने में दरोगा हैं। पारूल के डेढ़ साल की बेटी डोली है। करीब एक साल से वह मायके में बेटी के साथ ऊपरी मंजिल पर रह रही थी। पारूल ने सुबह ही बेटी के दोनों हाथों की ब्लेड से नस काट दी। उसके बाद पारूल ने अपने भी दोनों हाथों पर ब्लेड से नस काटी। बच्ची के शोर मचाने पर पारूल की मां और बहन दौड़कर वहां पर पहुंची। अंदर से दरवाजा बंद था और मां-बेटी लहूलुहान दिखाई दे रहे थे। बाद में पारूल का भाई पहुंचा। किसी तरह दरवाजा खोला और दोनों मां-बेटी को अस्पताल में भर्ती करवाया।
राजेंद्र कुमार ने बताया कि बेटी पारुल काफी तनाव में थीं। शास्त्रीनगर स्थित एक चिकित्सक के यहां उसका इलाज चल रहा था। इसके चलते बेटी उनके पास ही रहती थी। इस घटना में गंभीर रूप से घायल दोनों मां-बेटी का इलाज अभी चल रहा है।
वहीं, घटना की जानकारी पर उत्तराखंड से सुमित भी मेरठ के लिए रवाना हो गए। इंस्पेक्टर टीपीनगर संतशरण सिंह पुलिस टीम के साथ पहुंचे। इसके बाद अस्पताल में परिवार के लोगों से बातचीत की। एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना कि मां-बेटी का अभी उपचार जारी है। महिला के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद पुलिस कार्रवाई करेगी। अभी तक थाने में किसी ने कोई लिखित में शिकायत नहीं की गई है।
इंस्पेक्टर संतशरण सिंह के मुताबिक पारूल के पिता राजेंद्र कुमार ने बताया कि पारुल की सुमित से दूसरी शादी है। पहले पति से बात बिगड़ गई थी। इसके बाद से पारूल तनाव में है। दामाद ने भी कई बार बेटी को समझाने का प्रयास किया। वह पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुकी है। परिवार के लोग पारूल और उसकी बेटी का बहुत ध्यान रखते हैं। बेटी की इस हालत से वह परिवार काफी परेशान है।